देहरादून
कोरोना को लेकर देहरादून सहित पूरे प्रदेश में हाहाकार मचा हुआ है. सीएम तीरथ रावत के सारे इंतजाम नाकाफ़ी या कहिए कि फेल साबित होते रहे. सरकार ने अस्पतालों का रेमडेसिविर इंजेक्शन का कोटा तय कर रखा है लेकिन डॉक्टरों का पर्चा लेकर कोविड मरीजों के तीमारदार दर-दर मेडिकल स्टोर से लेकर ब्लैक मार्केटिंग करने वालों के पीछे भागदौड़ रहे हैं. आईसीयू बेड और ऑक्सीजन का संकट बना हुआ है सो अलग. अब नई रणनीति के तहत आईएएस और आईपीएस नोडल अधिकारी बनाए गए हैं.
राज्य सरकार ने अब ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन, निर्बाध ऑक्सीजन सप्लाई , रेमडेसिवीर इंजेक्शन सप्लाई, आवश्यक दवाइयों की कालाबाजारी रोकने, आवश्यक दवाओं की डिस्ट्रीब्यूशन, ऑक्सीजन प्लांट में निर्बाध बिजली आपूर्ति, ऑक्सीजन के ट्रांसपोर्टेशन, प्रवासियों के लिए गांव में क्वारंटाइन सेंटर आदि के लिए नोडल अधिकारी बनाए. इन नोडल अधिकारियों द्वारा नियमित रूप से कार्यवाही अनुपालन से प्रत्येक दिवस मनीषा पंवार, अपर मुख्य सचिव नियोजन को अवगत कराया जाएगा. अपर मुख्य सचिव द्वारा दैनिक रूप से समीक्षा करते हुए नोडल अधिकारियों के माध्यम से कोविड-19 हेतु प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी. जिसके बाद समय-समय पर मुख्यमंत्री को अवगत कराया जाएगा.
अमित कुमार सिन्हा को नोडल अधिकारी बनाया गया है प्रदेश में दवाइयों और ऑक्सीजन की कालाबाजारी ना हो सके इस पर पूरी नजर रखेंगे।
अमित कुमार सिन्हा,निवेदिता कुकरेती और वंदना को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए नोडल अधिकारी बनाया गया है।
आईएस राधिका झा और नीरज खैरवाल को नोडल अधिकारी बनाया गया है सीएसआर फंडिंग के लिए,
ऑक्सीजन सप्लाई और रेमडेसिवीर इंजेक्शन की सप्लाई के लिए आईएस सचिन कुर्वे को नोडल अधिकारी बनाया गया है।
पंकज कुमार पांडे और आर राजेश कुमार को रेमडेसिवीर इंजेक्शन के सही डिस्ट्रीब्यूशन की जिम्मेदारी दी गई है।
रंजीत कुमार सिन्हा और केवल खुराना को ऑक्सीजन टैंकर और उनके ट्रांसपोर्टेशन जिम्मेदारी दी गई है।
हरीश चंद्र सेमवाल को नोडल अधिकारी बनाया गया है प्रवासी लोगों के गांव में उनके क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाए जाने को लेकर।
आईपीएस मुख्तार मशीन को कोविड-19 उसमें फायर सेफ्टी का नोडल ऑफिसर बनाया गया है।
नितिन अग्रवाल और आशीष कुमार चौहान को नोडल अधिकारी बनाया गया है होम आइसोलेशन कांटेक्ट ट्रेसिंग का।
आईएस नीरज खैरवाल को नोडल अधिकारी बनाया गया है सभी जगह पर ऑक्सीजन प्लांट में निर्बाध बिजली पहुंचती रहे इसकी जिम्मेदारी उनकी होगी।