Haridwar Panchayat Elections: हरिद्वार पंचायत चुनाव में पहली बार बड़ी कामयाबी हासिल कर चुकी बीजेपी ने ब्लॉक प्रमुख को लेकर बुधवार शाम पांच प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया। बीजेपी ने खानपुर से नितीश कुमार, नारसन से कोमल देवी, भगवानपुर से करूणा कर्णवाल, लक्सर से डॉ हर्ष कुमार दौलत और बहादराबाद से आशा नेगी को प्रत्याशी बनाया है।
सबसे चौकाने वाला फैसला भगवानपुर को लेकर हुआ जहां से हाल में बीजेपी ज्वाइन करने वाली कांग्रेस विधायक ममता राकेश की बेटी आयुषी राकेश को प्रत्याशी बनाने की प्रबल संभावना थी। लेकिन ममता राकेश की बेटी को प्रत्याशी बनाने की बजाय विधानसभा में टिकट काट दिए जाने का इनाम पार्टी ने पूर्व विधायक देशराज कर्णवाल की बेटी करुणा कर्णवाल को प्रत्याशी बनाकर दे दिया है। जाहिर है बीजेपी ने यह फैसला लेकर ममता राकेश और उनकी बेटी के साथ बड़ा ‘खेला’ कर दिया है। आखिर बीजेपी के इस फैसले ने उनके बेटा बेटी के लिए घर के रहे न घाट के वाली स्थिति बना डाली है और अब वापस बीजेपी छोड़कर भागना भी आसान नहीं होगा।
वैसे तो हरिद्वार की राजनीति में कुछ नेताओं के लिए पालाबदल बड़ी बात नहीं। भगवानपुर से विधायक ममता राकेश की बात करें तो वे खुद लगातार कांग्रेस टिकट पर चुनाव जीत रहीं। उनके पति सुरेंद्र राकेश बसपा की राजनीति करते थे और देवर सुबोध राकेश को टिकट नहीं मिला तो वे पहले बीजेपी से लड़े फिर बीते चुनाव में बसपा में लौट आए।
अब ममता राकेश जानती हैं कि जिस भगवानपुर सीट से वे चुनाव लड़ती हैं उसके सामाजिक समीकरण कांग्रेस या बसपा से ही मेल खाते हैं। लेकिन अब पहले 2017 और अब 2022 में लगातार दो चुनाव बीजेपी जीत चुकी और आगे भी जब तक पार्टी नेताओं में ही आपसी सिर फुटौव्वल जारी है तब तक आगे के सुनहरे भविष्य के ख्वाब देखना भी बेमानी ही रहेगा।
लिहाजा जब बड़े राजनीतिक घरानों में चलता है तो कांग्रेस विधायक ममता राकेश ने भी दांव आजमाना बेहतर समझा। दांव यह कि जिस तरह के सामाजिक समीकरण भगवानपुर के हैं उस लिहाज से उनका तो कांग्रेस में ही बना रहना उचित होगा लेकिन बेटा बेटी को भाजपा ज्वाइन कराकर भविष्य सिक्योर कर लिया जाए।
फिर क्या था क्षेत्र पंचायत का चुनाव जीती बेटी आयुषी राकेश और अब तक मां का सारा राजनीतिक कामकाज देखते आए बेटे अभिषेक राकेश को बीजेपी ज्वाइन करा दी। मीडिया ने सवाल किया तो ताकता जवाब थमा दिया कि कई बड़े नेताओं के बच्चे भी तो अलग अलग दलों में रहकर राजनीति कर रहे। दूसरा कह दिया कि बच्चे अब बड़े हो रहे हैं लिहाजा वे खुद अपना अच्छा बुरा समझते हैं और सोच समझकर ही बीजेपी गए हैं।
वैसे कुछ कांग्रेसी नेताओं ने दावा किया कि ममता राकेश ने एक दांव चला है आगे हमारे पक्ष में राजनीतिक माहौल बनेगा तो झट पालाबादल कर लौट आएंगे ममता राकेश के बेटा बेटी। बात समझ में भी आने वाली थी क्योंकि जिस तरह से बीजेपी के कई धुरंधरों ने नंबर बनाने के लिए कांग्रेस,बसपा नेता कार्यकर्ताओं से लेकर कई मुस्लिम प्रधान, पूर्व प्रधान ज्वाइन करा डाले हैं उनमें कितने 2024,2027 तक रुकेंगे इस आसान सवाल का जवाब सबको पता है।
शायद बीजेपी के कुछ खांटी रणनीतिकार भी इस खेल को ताड़ गए और जो हाल विधानसभा चुनाव से पहले पुरोला के कांग्रेस विधायक राजकुमार को बीजेपी ज्वाइन कराकर किया वही हाल ममता के बेटा बेटी के साथ दोहरा दिया गया है।
देखना दिलचस्प होगा कि अब ममता राकेश के ‘समझदार’ बेटा-बेटी बीजेपी ज्वाइन करने के अपने निर्णय के साथ कितने दिन खड़े रहते हैं?
भाजपा ने घोषित किये ब्लॉक प्रमुख पद के 5 प्रत्याशी
भाजपा ने हरिद्वार जनपद मे ब्लॉक प्रमुख के पद पर 5 प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है।
प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने बताया की प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के निर्देश पर प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी द्वारा प्रत्याशी घोषित किये गए है।
घोषित प्रत्याशियों मे खानपुर से नितीश कुमार, नारसन से कोमल देवी, भगवानपुर से करूणा कर्णवाल, लक्सर से डॉ हर्ष कुमार दौलत और बहादराबाद से आशा नेगी को प्रत्याशी बनाया गया है।