महेंद्र भट्ट ने हरक की बहू अनुकृति को BJP ज्वाइन कराई, खफा महंत बोले: गंगा मैली हो गई पापियों के पाप धोते-धोते

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Anukriti Gusain joins BJP: रविवार को उत्तराखंड बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने पार्टी मुख्यालय में कांग्रेस नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ हरक सिंह रावत की बहू अनुकृति गुसाईं रावत को बीजेपी में शामिल करा ही दिया। अनुकृति के बीजेपी में शामिल होते ही जल्द कांग्रेस नेता हरक सिंह के भी पार्टी में आने का रास्ता साफ हो गया है। हालांकि अनुकृति के बीजेपी ज्वाइन करते ही पार्टी में नाराजगी के स्वर भी सुनाई दे रहे हैं।2022 के विधानसभा चुनाव में हरक सिंह की बहू अनुकृति गुसाईं को करारी शिकस्त देने वाले बीजेपी के लैंसडाउन विधायक महंत दिलीप रावत ने इशारों इशारों में अनुकृति की ज्वाइनिंग का विरोध करते हुए सोशल मीडिया साइट एक्स पर अपनी प्रतिक्रिया दर्ज कराई है। बीजेपी विधायक महंत दिलीप रावत ने एक्स पर लिखा,”राम तेरी गंगा मैली हो गई पापियों के पाप धोते-धोते”
अब क्या नमामि गंगे योजना यहाँ भी शुरू की जाएगी या नहीं?”

हरक परिवार की बीजेपी में दोबारा एंट्री पर नाराजगी जताते हुए महंत दिलीप रावत ने इशारों इशारों में कहा है कि जिन लोगों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं और ईडी, सीबीआई जैसी केंद्रीय एजेंसियां जांच कर रही, उनकी पार्टी में एंट्री छवि को बट्टा लगाएगी। इसीलिए वे कहते हैं कि राम तेरी गंगा मैली हो गई पापियों के पाप धोते धोते। महंत पूछते हैं कि जैसे गंगा की सफाई के लिए नमामि गंगे अभियान चला क्या ऐसी योजना की दरकार सियासी साफ सफाई के लिए नहीं है?

लैंसडाउन विधायक महंत दिलीप रावत अपनी नाराजगी जताते हुए सोशल मीडिया पर लिखते हुए बाकायदा बीजेपी के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख और गढ़वाल से पार्टी प्रत्याशी अनिल बलूनी, प्रदेश पार्टी प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम,प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, संगठन महामंत्री अजेय कुमार, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, पूर्व सीएम और हरिद्वार प्रत्याशी त्रिवेंद्र सिंह रावत तथा पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को टैग करना नहीं भूलते हैं।

उत्तराखंड की सियासत में एक जमाने में अपने समर्थकों के बीच ‘शेर ए गढ़वाल’ कहलाने वाले डॉ हरक सिंह रावत के दिन आजकल अच्छे नहीं चल रहे हैं। कहां तो 2022 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस में जाकर नए सिरे से सत्ता सुख भोगने की तैयारी किए बैठे थे और कहां मोदी शाह को खेल की भनक लगने के बाद धामी कैबिनेट से बर्खास्तगी हुई। फिर हफ्तेभर हाथ पांव जोड़ने जुगाड़ने ले बाद 21 जनवरी 2022 को कांग्रेस में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने एंट्री होने दी। लेकिन टिकट तब भी बहू अनुकृति गुसाईं को ही मिल पाया और वह भी राजनीतिक लॉन्चिंग में लैंसडाउन में क्रैश लैंडिंग का शिकार होकर रह गई।

राजनीति में मजबूत पकड़ के लिए जाने जाते रहे हरक सिंह रावत ने 2022 में बहू अनुकृति गुसाईं को मिले झटके से उबरने की कोशिश की और 2024 के लोकसभा चुनाव में हरिद्वार सीट से बड़ी पारी खेलने की तैयारी शुरू कर दी। लेकिन यहां भी जिम कार्बेट नेशनल पार्क में पेड़ कटान से लेकर गड़बड़ घोटाले के तमाम आरोपों ने पीछा नहीं छोड़ा और फिर एक दिन ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) की रेड ने ऐसा हाल किया कि घर के रहे न घाट के! यहां तक कि ईडी जांच में बेटे और बहू के नाम शामिल होने के बाद हरक के होश फाख्ता हो गए और लोकसभा चुनाव लड़ना तो दूर की बात उत्तराखंड के कांग्रेस प्रत्याशियों के समर्थन में प्रचार करने की हिम्मत भी नहीं जुटा पाए।

कोढ़ मे खाज ये कि बीजेपी में जाने की तमाम कोशिशों पर विरोधी पानी फेर देने में सफल हो जा रहे थे। लेकिन आज बहू अनुकृति गुसाईं की जैसे तैसे बीजेपी में एंट्री कराने में वे सफल हो गए हैं जिसके बाद अब जानकार मान रहे कि अगर आने वाले दिनों में सियासत के मौसम विज्ञानी डॉ हरक सिंह रावत भी भगवा पटका पहने हुए नजर आ जाएं तो हैरानी नहीं होनी चाहिए।

वैसे पिछले दिनों मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का बयान आया था कि अब और नेताओं की ज्वाइनिंग से पहले एक मानक बनाकर स्क्रीनिंग के बाद ही बीजेपी में शामिल कराया जाए। उम्मीद की जानी चाहिए कि महेंद्र भट्ट ने केन्द्रीय एजेंसी द्वारा को जा रही जांच पड़ताल की पूरी पड़ताल करके ही हरक सिंह रावत को नो एंट्री कहते हुए उनकी बहू अनुकृति गुसाईं को भगवा पटका पहनाकर पार्टी की सदस्यता दिलाई होगी!

आज उधमसिंहनगर जिले के कांग्रेस नेता सुरेश गंगवार और रेनू गंगवार ने भी बीजेपी ज्वाइन कर ली है।


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