
देहरादून: बारहवीं की बोर्ड परीक्षा को लेकर उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश से लेकर राजस्थान सहित दूसरे राज्यों में पुनर्विचार शुरू हो गया है। माना जा रहा है कि आज कल में परीक्षा रद्द करने का ऐलान कर दिया जाएगा। हरियाणा सरकार ने तो बारहवीं की बोर्ड परीक्षा रद्द करने का ऐलान भी कर दिया है।
दरअसल, मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में सीबीएसई की बारहवीं की परीक्षा रद्द करने का फ़ैसला लिया गया। प्रधानमंत्री ने कहा कि बच्चोें के जीवन की रक्षा प्राथमिकता है। इसी फैसले की तर्ज पर काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफ़िकेट एग्जामिनेशन यानी CISCE ने भी ISC( Indian School Certificate) की बोर्ड परीक्षा रद्द करने का फ़ैसला किया।
यूपी, उत्तराखंड, हिमाचल से लेकर हरियाणा और बाकी राज्यों ने केन्द्र के फैसले का स्वागत किया है जिसके बाद गुंजाइश नहीं बचती कि राज्य सरकारें बारहवीं बोर्ड परीक्षा कराकर कोरोना संक्रमण का खतरा देखते जोखिम मोल लें।
अब माना रहा है कि उत्तराखंड बोर्ड की बारहवीं की परीक्षा भी रद्द कर दी जाएगी। उत्तराखंड ही नहीं कई और राज्य भी ऐसा कर सकते हैं क्योंकि प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में सीबीएसई की बारहवीं की परीक्षा पर जो फ़ैसला हुआ है,उसका अधिकतर राज्य अनुसरण ही करेंगे। उत्तराखंड भी इसी तर्ज़ पर अपना फ़ैसला लेगा। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे और शिक्षा सचिव इसके संकेत भी दे चुके हैं।
वैसे भी जब प्रदेश में सीबीएसई के 1100 स्कूलों के 87 हज़ार बच्चों की परीक्षा रद्द हो चुकी हो तब उसी हालात में उत्तराखंड बोर्ड की 12वीं के एक लाख 23 हज़ार से अधिक बच्चों की बिना टीकाकरण परीक्षा कैसे सम्भव है!
हरियाणा सीबीएसई परीक्षा रद्द होते ही 12वीं की बोर्ड परीक्षा रद्द कर चुका है। राजस्थान सरकार में परीक्षा रद्द करने पर सहमति बन चुकी है बुधवार को फैसला लेकर औपचारिक ऐलान होगा। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा पहले ही CBSE परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर केन्द्रीय शिक्षा मंत्री को पत्र लिख चुकी हैं। अब भला राजस्थान की कांग्रेस की गहलोत सरकार परीक्षा का जोखिम मोल क्यों लेगी। वैसे भी राजस्थान उन राज्यों में शामिल था जो सीबीएसई परीक्षा को लेकर प्रश्न खड़े कर रहे थे।
यूपी के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा पीएम मोदी के फैसले का स्वागत कर चुके हैं ऐसे में परीक्षा रद्द करने के फैसले के औपचारिक ऐलान की देर है।
हिमाचल प्रदेश सरकार पहले से सीबीएसई 12वीं की बोर्ड परीक्षा पर फैसले का इंतजार कर रही थी। पांच जून को प्रस्तावित कैबिनेट बैठक में परीक्षा रद्द करने को लेकर प्रस्ताव आएगा।