ऋषिगंगा के बढ़े जलस्तर ने रैणी क्षेत्रवासियों को याद कराई सात फरवरी की आपदा, डर के चलते गांव के ऊपरी इलाक़ों में रात बिताने को मजबूर ग्रामीण

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चमोली: जिले के रैणी क्षेत्र में हुई मूसलाधार बारिश के बाद अचानक एक बार फिर से ऋषि गंगा का जलस्तर बढ़ने लगा है. जल स्तर बढ़ने के बाद ग्रामीण अफरा-तफरी में गांव के ऊपरी इलाकों में भागने को मजबूर हो गए हैं. लोग पत्थरों के नीचे रात गुजारने को मजबूर हैं. तस्वीरों में देखा जा सकता है किस तरीके से लोग जंगलों में पत्थरों के नीचे बैठकर रात गुजार रहे हैं. रैणी क्षेत्र में 7 फरवरी को आई प्राकृतिक आपदा के बाद लोगों में काफी भय का माहौल बना हुआ है. बताया जा रहा है कि ऋषि गंगा के ऊपरी इलाके में एक झील बनी हुई है जिससे बारिश के दौरान तेजी से एक बार फिर पानी का रिसाव होने लगा है. इसकी वजह से ऋषि गंगा का जलस्तर बढ़ गया है.


वहीं जोशीमठ प्रशासन ने सभी को अलर्ट रहने के आदेश दे दिए हैंजोशीमठ की उप जिला अधिकारी कुमकुम जोशी ने फोन पर बताया कि प्रशासन की टीम ने नदी के निचले इलाकों में रह रहे लोगों को अलर्ट कर दिया है. साथ ही एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और तहसील प्रशासन की टीम को अलर्ट रहने के लिए आदेश दिए है. सुबह होते ही टीमों को मौके के लिए रवाना कर दिया जाएगा.
गांव के निवासी संग्राम सिंह ने बताया कि क्षेत्र में अचानक देर शाम को हुई बारिश के बाद नदी का जलस्तर बढ़ गया जिससे लोगों में भय का माहौल पैदा हो गया. इसलिए ग्रामीणों ने सुरक्षित स्थान पर भागना ही ठीक समझा और लोग गांव से दो-तीन किलोमीटर ऊपर सुरक्षित स्थान पर चले गए हैं. बारिश कम होने और ऋषि गंगा का जलस्तर कम होने के बाद लोग अपने अपने घरों को लौट आएंगे.
रिपोर्ट: नितिन सेमवाल, स्थानीय पत्रकार, चमोली


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