- जानिए पहली लहर कब आई और खत्म हुई और दूसरी लहर कब पीक पर आ सकती है!
देहरादून( पवन लालचंद): देश में दूसरी लहर की तबाही थमने का नाम नहीं ले रही है. कोविड की तीसरी लहर भी आएगी इसकी चेतावनी मिल गई है. ये कोविड के नए खतरे की ये चेतावनी खुद भारत सरकार की तरफ से आई है. सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के० विजय राघवन ने कहा है कि तीसरी लहर भी जरूर आएगी. वायरस का संक्रमण उच्चतम स्तर पर है. प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार राधवन के अनुसार तीसरी लहर का आना तय है लेकिन ये तय नहीं कि तीसरी लहर कब आएगी और कितना ख़तरनाक रूप अख़्तियार करके आएगी. विजय राधवन के अनुसार हमें तीसरी लहर के लिए तैयार रहना होगा. बुधवार को एक प्रेस कॉंफ़्रेंस के दौरान भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार ने ये बातें कही.
दरअसल, देश में पहली कोविड लहर पिछले साल आई थी और 16 सितंबर को को पहली लहर का पीक आया था. 16 सितंबर को 24 घंटों में 97 हजार 860 नए कोरोना मामले सामने आए थे. इसके बाद मामले घटने लगे और 19 नवंबर 2020 को एक दिन में कोरोेना मामला घटकर 46 हजार कह गए थे. यहाँ तक कि आठ फरवरी 2021 को सबसे कम 8715 मामले आए.
दूसरी लहर इसी साल मार्च से शुरू हुई बताई जाती है. एक मार्च को 24 घंटों में 12,270 कोरोना मामले सामने आए थे. उसके बाद से हर दिन कोरोना केस बढ़ते ही जा रहे हैं. दूसरी लहर का कहर ऐसा रहा कि एक महीने बाद यानी एक अप्रैल को देश में 24 घंटों में 75 हजार नए कोरोना मामले मिले. फिर 30 अप्रैल को एक दिन में 4.02 लाख नए कोरोना मामले आए. ये आंकड़े दूसरी लहर का अब तक का पीक है.
लेकिन दूसरी लहर के पीक को लेकर कई विशेषज्ञों का आकलन है कि इसी महीने यानी मई में इसका पीक देखने को मिलेगा और अगर कोविड प्रोटोकॉल का पालन गंभीरता से नहीं किया गया तो एक दिन में 5 से 6 लाख नए कोरोना मरीज भी सामने आ सकते हैं. एक्सपर्ट्स का कहना है कि मई में पीक आने के बाद जून से मामलों में गिरावट दिखने की उम्मीद है.