हरिद्वार में जल्द 100 एमबीबीएस सीटों वाले मेडिकल कॉलेज का निर्माण शुरू होने वाला है। हालांकि मेडिकल कॉलेज बनने से पहले ही यह राजनीति का केंद्र बन गया है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक और मेयर अनीता शर्मा दोनों ही मेडिकल कॉलेज को अपनी-अपनी उपलब्धि बता रहे हैं। कौशिक हरिद्वार से स्थानीय विधायक हैं और त्रिवेंद्र सरकार में चार मंत्री भी रहे लिहाजा मेडिकल कॉलेज को वे अपने जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि करार दे रहे।
बकौल, मदन कौशिक मेडिकल कॉलेज के लिए उन्होंने दिल्ली के पचासों चक्कर लगाए और प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री से लेकर बीजेपी अध्यक्ष सहित न जाने किन किन से मिलकर आए तब ये सौगात मिली है। कांग्रेस 60 साल देश की सत्ता में रही और यहाँ से उनके सांसद, विधायक, मंत्री सब बनते रहे कुछ बनवाना होता तो पहले ही बनवा चुके होते।
मदन कौशिक,स्थानीय विधायक और प्रदेश अध्यक्ष, बीजेपी
दरअसल घनी आबादी वाला हरिद्वार जिला स्वास्थ्य सेवाओं के मामले में बेहद पिछड़ा हुआ है। लंबे समय से हरिद्वार को एक मेडिकल कॉलेज की दरकार थी। हरिद्वार के जगजीतपुर क्षेत्र में केंद्र सरकार ने करीब 85 एकड़ भूमि पर एमबीबीएस सीटों वाला मेडिकल कॉलेज स्वीकृत कर दिया है जिसके लिए हाल ही में राज्य सरकार ने 25 करोड़ रुपए भी जारी किए हैं।इसलिए हरिद्वार के नगर विधायक मदन कौशिक इस मेडिकल कॉलेज को अपना वर्षों पुराना सपना बता रहे हैं।
वहीं कांग्रेस नेता और हरिद्वार की मेयर अनीता शर्मा का कहना है कि
मदन कौशिक हरिद्वार के चार बार विधायक और राज्य सरकार में शहरी विकास मंत्री रह चुके हैं। इतने लंबे समय में वे मेडिकल कॉलेज के लिए कुछ नहीं कर सके। नगर निगम ने बिना देर किए मेडिकल कॉलेज के लिए भूमि उपलब्ध कराई है क्योंकि नगर निगम चुनाव से पहले उन्होंने जनता से मेडिकल कॉलेज बनाने का वादा किया था जो पूरा कर दिया है।
अनिता शर्मा, मेयर हरिद्वार
बहरहाल, मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य अभी शुरू हुआ नहीं है और जनप्रतिनिधियों श्रेय लेने की होड़ तेज हो गई है। जाहिर है जब तक मेडिकल कॉलेज बनकर तैयार होगा तब तक ना जाने और कितनी राजनीतिक बयानबाजियां देखने को मिलेंगी। आखिर 2022 का चुनाव सामने है और जिसे, जहां, जैसे भी मौके मिलेगा श्रेय लेने से भला क्यों पीछे रहना चाहेगा।
रिपोर्ट : आशीष मिश्र, स्थानीय पत्रकार, हरिद्वार