देहरादून: सचिवालय भत्ता, सचिवालय सहायकों को 1900 ग्रेड पे इग्नोर करना और सचिवालय रक्षकों को पुलिस पैरिटी के स्थान पर सचिवालय पैरिटी देना, राज्य संपत्ति वाहन चालकों को सचिवालय प्रशासन में समायोजित किया तथा अपर निजी सचिव को पांच साल की सेवा पर नॉन फ़ंक्शनल 5400 किया जाना जैसी पांच प्रमुख माँगों पर सक्षम अधिकारियों हीलाहवाली और गलत फीडबैक देने के चलते सीएम धामी द्वारा सम्मान कार्यक्रम में कोई घोषणा न किए जाने से सचिवालय संघ एवं सचिवालय कार्मिक खुद को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। संघ के अध्यक्ष दीपक जोशी ने कहा कि सक्षम अधिकारी ऐसा आचरण जानबूझकर कर रहे हैं ताकि कार्मिक वर्ग में युवा मुख्यमंत्री और उनकी सरकार के प्रति असंतोष और अविश्वास का वातावरण पैदा हो। इस रुख से आक्रोशित होकर सचिवालय संघ ने कल से काम रोककर सीधे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने के निर्णय को लेकर सभी कर्मचारियों को एकत्रित कर लिया है।
सचिवालय संघ के अध्यक्ष दीपक जोशी और महासचिव विमल जोशी की तरफ से जारी बयान में आपातकालीन निर्णय को लेकर बयान जारी किया गया है। इसके तहत सचिवालय संघ ने सरकार-शासन को चेतावनी भरा लहजा दिखाते हुए संघ के के सभी सदस्यों का आह्वान किया गया है कि मंगलवार को सुबह 10.00 बजे ए0टी0एम चौक पर अनिवार्य रूप से सभी एकत्रित रहना सुनिश्चित करें। संघ के अध्यक्ष दीपक जोशी और महासचिव विमल जोशी द्वारा जारी इस संयुक्त बयान में कहा गया है कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रमानुसार कल से ही आन्दोलन प्रारम्भ करने पर सबकी सहमति के बाद तत्काल अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की कार्यवाही अमल में लायी जायेगी।
ताजा फ़रमान के तहत सचिवालय संघ के सभी पदाधिकारी व संवर्गीय संघों के पदाधिकारी अपनी अनिवार्य उपस्थिति एटीएम चौक पर देंगे। संघ का कोई भी सदस्य कार्यालय नहीं जायेगा और न ही कोई शासकीय कार्य करेगा। यह सचिवालय संघ का आह्वान है।
संघ के अध्यक्ष और महासचिव ने दो टूक शब्दों में कहा है, ’हमने जो सम्मान करना था, वो पूर्ण हुआ। शायद सचिवालय संघ का सम्मान मुख्यमंत्री पुषकर सिंह धामी को पसन्द नही आया! उनके सक्षम अधिकारी सचिवालय संघ की मांगों को आज पूर्ण होने से रोके रहे। शायद सचिवालय संघ का आन्दोलन ऐसे अधिकारियों को याद नहीं आ रहा! कल सचिवालय संघ का असली रूप दिखाया जायेगा।’
संघ ने सोमवार के सम्मान समारोह कार्यक्रम में पहुँचने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को धन्यवाद भी ज्ञापित किया है। लेकिन संघ द्वारा जारी बनाया में सक्षम अधिकारियों को सचिवालय संघ की विभिन्न लंबित माँगों पर अड़ियल रुख अपनाने को लेकर कोसा गया है। कहा जा रहा कि निशाने पर एसीएस आनंद बर्धन और अमित सिंह नेगी हैं जिनकों कार्मिकों से जुड़ी माँगों के रास्ते रोड़े अटकाने वाला बताया जा रहा है।