RBI new Governor Sanjay Malhotra: भारत सरकार ने राजस्व विभाग के सचिव संजय मल्होत्रा को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (Reserve Bank of India) का नया गवर्नर नियुक्त कर दिया है। राजस्थान कैडर के 1990 बैच के आईएएस मल्होत्रा मौजूदा गवर्नर शक्तिकांत दास का स्थान लेंगे।
नए RBI गवर्नर 11 दिसम्बर को अपना पदभार ग्रहण करेंगे। नौ दिसंबर को केंद्रीय कैबिनेट ने राजस्व सचिव संजय मल्होत्रा को RBI गवर्नर के रूप में नियुक्त करने को मंजूरी दे दी है। RBI के 26वें गवर्नर के रूप में उनका कार्यकाल तीन साल का होगा।
जबकि 25वें गवर्नर के रूप में कार्यरत शक्तिकांत दास का आखिरी कार्यदिवस 10 दिसंबर होगा। दास ने आरबीआई गवर्नर के रूप में पिछले छह वर्षों में दो कार्यकाल पूरे कर लिए हैं। शक्तिकांत दास 12 दिसंबर 2018 को उर्जित पटेल के बाद गवर्नर बनाया गया था और बाद में उनको तीन साल के लिए सेवा विस्तार दे दिया गया था।
नए RBI गवर्नर बनाए गए आईएएस संजय मल्होत्रा के पास वित्त, कराधान, बिजली, सूचना प्रौद्योगिकी और खनन सहित प्रमुख क्षेत्रों में 33 वर्षों से अधिक का अनुभव है। कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने एक अधिसूचना में कहा कि 1990 बैच के राजस्थान कैडर के आईएएस अधिकारी मल्होत्रा 11 दिसंबर, 2024 को तीन साल की अवधि के लिए पदभार ग्रहण करेंगे।
- RBI पर ब्याज दरों में कटौती का दबाव
नए RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ऐसे समय रिजर्व बैंक की कमान संभाल रहे जब मुद्रास्फीति नियंत्रण और आर्थिक विकास में मंदी जैसी चुनौतियों से जूझते केंद्रीय बैंक पर ब्याज दरों में कटौती का प्रेशर बढ़ता जा रहा है। जुलाई सितंबर तिमाही में जीडीपी सात तिमाही के निचले स्तर 5.4 प्रतिशत पर आ गया है।
वरिष्ठ नौकरशाह मल्होत्रा ने वित्त मंत्रालय में सचिव (राजस्व) के मौजूदा जिम्मे के अलावा इससे पहले वित्तीय सेवा विभाग में भी सचिव का पद भी संभाला था।
- वित्तीय और टैक्सेशन विशेषज्ञ समझे जाते हैं मल्होत्रा
राजस्थान कैडर के 1990 बैच के आईएएस अधिकारी संजय मल्होत्रा ने आईआईटी कानपुर से कंप्यूटर विज्ञान में इंजीनियरिंग डिग्री हासिल की है और अमेरिका की प्रिंसटन यूनिवर्सिटी से पब्लिक पॉलिसी में मास्टर डिग्री प्राप्त की है। राज्य और केंद्र, दोनों जगह मल्होत्रा कई महत्वपूर्ण भूमिकाओं में रहे हैं।
दिसंबर 2022 से राजस्व सचिव के रूप में, मल्होत्रा ने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष करों दोनों के लिए कर नीतियों को तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनके नेतृत्व ने कर संग्रह को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जो भारत के राजकोषीय स्वास्थ्य के लिए एक महत्वपूर्ण कारक है। मल्होत्रा ने जीएसटी परिषद के पदेन सचिव के रूप में भी काम किया, यह परिषद् भारत में वस्तु व सेवा कर (जीएसटी) ढांचे के प्रबंधन के लिए जिम्मेदार निकाय है।