- 18 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट ब्रह्ममुहूर्त 4 बजकर 15 मिनट पर खुलेंगे
- कोरोना के चलते तीरथ सरकार ने फिलहाल चारधाम यात्रा की स्थगित
चमोली: शनिवार को भगवान बदरी विशाल के कपाट खुलने की परंपराएं शुरू हो गई हैं। जोशीमठ के नृसिंह मंदिर में सूक्ष्म रूप से त्रीमुंडिया मेले का आयोजन किया गया जिसमें गुड़ और चावल का भोग लगाया गया। प्रातकाल में सबसे पहले वीर त्रीमुंडिया का अभिषेक किया गया। दोपहर बाद सभी हक-हकूकधारियों ने दुर्गा जी के आलम के साथ वीर त्रीमुंडिया की पूजा की। इस दौरान भगवान बदरी विशाल की यात्रा में कोई रुकावट ना हो साथ ही देश से कोरोना खत्म हो जाये इसकी भी प्रार्थना वीर त्रीमुंडिया से की की गई।
हर वर्ष कपाट खुलने के 11 दिन पूर्व जोशीमठ नरसिंह मंदिर में त्रीमुंडिया मेले का आयोजन बड़े ही हर्षोल्लास के साथ किया जाता था जिसमें लगभग 25000 श्रद्धालु शामिल होते थे. लेकिन इस बार कोविड-19 के चलते सुक्ष्म शुरू से ही मेले को संपन्न किया गया।
बदरीनाथ धाम के धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल ने बताया कि मेले में भीड़ न हो इसलिए सूक्ष्म रूप से ही मेले का आयोजन किया गया। उन्होंने बताया कि शनिवार से अब भगवान बद्री विशाल के कपाट खुलने की सभी परंपराएं शुरू हो गई हैं।
रिपोर्ट: नितिन सेमवाल, स्थानीय पत्रकार, चमोली