Uttarakhand News: उत्तराखंड में सत्ताधारी बीजेपी की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। कहां ‘चाल, चरित्र और चेहरे’ के साथ ‘पार्टी विद अ डिफरेंस’ की दुहाई और कहां सत्ता के नशे में छू नेता न केवल पार्टी की फजीहत करा रहे, बल्कि पहले से चौतरफा चुनौतियों से जूझते मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए नित नए संकट खड़े करने से नहीं चूक रहे हैं।
ताजा कारनामा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के करीबी विधायकों में शुमार रानीखेत बीजेपी विधायक प्रमोद नैनवाल के छोटे भाई सतीश नैनवाल ने कर दिखाया है जिसकी चर्चा चंपावत जिले से होकर नेपाल तथा देहरादून से दिल्ली तक पहुंच गई है। बीजेपी विधायक प्रमोद नैनवाल के छोटे भाई सतीश नैनवाल को उनके ड्राइवर के साथ एसएसबी ने दबोचा है। विधायक के भाई के कब्जे से 7.65mm के जिंदा कारतूस तथा अवैध माल बरामद किया है।
एसएसबी ने सघन चेकिंग अभियान के तहत विधायक के भाई को भारत- नेपाल बॉर्डर पर चंपावत जिले के बनबसा में अवैध कारतूस और सामान के साथ गिरफ्तार कर स्थानीय बनबसा पुलिस को सौंप दिया है। बताया जा रहा है कि बीजेपी विधायक के भाई के खिलाफ आर्म्स एक्ट में मुकदमा दर्ज करवाया गया है।
जाहिर है जब सत्ता में बैठे लोगों के ऐसे कारनामे सामने आयेंगे तो विपक्ष हमलावर होगा ही। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने बीजेपी विधायक प्रमोद नैनवाल के भाई की असलहा कारतूस सहित गिरफ्तारी पर बड़ा बयान जारी कर इसे ‘रक्षक बने भक्षक’ की संज्ञा दी है। यशपाल आर्य ने पूछा है,”रानीखेत से भाजपा विधायक प्रमोद नैनवाल के भाई सतीश नैनवाल और ड्राइवर दिनेश चंद्र को कल रात्रि एसएसबी द्वारा बनबसा में अवैध असलाह बारूद, 40 जिंदा राउंड के साथ गिरफ्तार किया गया। विषय ये है कि इन पर कौन सा एक्ट लगेगा और सरकार क्या सख्त कार्यवाही करेगी?
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी प्रेस कांफ्रेंस बुलाकर इसे बेहद गंभीर मामला बताते हुए इसके तार माओवाद से जुड़ने की तरफ इशारा कर मामला और संगीन बना दिया है।
आपको बखूबी ज्ञात होगा कि विधायक प्रमोद नैनवाल का ये वहीं छोटे भाई है जिसको प्रधान संदीप खुल्बे के साथ मारपीट करने के चलते खूब सुर्खियां मिली थी और तब थाने में पीड़ित को लेकर खुद बीजेपी नेता और दर्जाधारी कैलाश पंत ने ही उसके खिलाफ धरना दे दिया था।
वैसे रानीखेत बीजेपी विधायक प्रमोद नैनवाल के भाई सतीश नैनवाल का नाम चर्चित उद्यान घोटाले में भी आया था जिसके बाद भी सत्ताधारी बीजेपी को फजीहत झेलनी पड़ी थी। अब फिर मुख्यमंत्री के लिए प्रमोद नैनवाल नई मुसीबत लेकर हाजिर हो गए हैं। विधायक नैनवाल भी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जब दिल्ली के बुराड़ी इलाके में केदारनाथ मंदिर का शिलान्यास करने पहुंचे थे तब उनके साथ ही मौजूद थे।
वैसे बीजेपी और मुख्यमंत्री धामी की छीछालेदर कराने की मानो पार्टी नेताओं में होड़ सी मच गई हो। तस्करी के खेल में विधायक के भाई की ताजा गिरफ्तारी से पहले अल्मोड़ा जिले के सल्ट में बीजेपी का मंडल अध्यक्ष भगवत बोरा किशोरी के साथ दुष्कर्म के आरोप में फंसता है और उसके बाद नैनीताल-लालकुआं दुग्ध संघ का अध्यक्ष मुकेश बोरा महिला के साथ सरकारी नौकरी की आड़ में दुष्कर्म करने के आरोप में घिर जाता है। अब रानीखेत विधायक के छोटे भाई ने नई फजीहत मोल ले ली है।
जाहिर है जब सत्ताधारी दल के नेता ऐसे कांड कर रहे हैं तब विपक्ष को तो हमलावर होने का मौका मिलेगा ही। सवाल है कि आय से अधिक संपत्ति मामले में कृषि मंत्री गणेश जोशी की गर्दन तक पहुंची विजिलेंस जांच और अब दुष्कर्म के आरोपों के बीच बीजेपी विधायक के छोटे भाई की अवैध असलहा कारतूस के साथ गिरफ्तारी से बीजेपी हाईकमान और सीएम पुष्कर सिंह धामी कैसे पार पाएंगे?