CM Dhami on Delhi Tour: ये डबल इंजन सरकार का असर है कि अब हरिद्वार हो या देहरादून, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के लिए कई घंटों के सफर और जाम बीते वक्त की बात होते जा रहे हैं। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी तो दावा कर ही रहे कि एकाध साल बाद देहरादून से दिल्ली का सफर दो-ढाई घंटे में होने लगेगा जिसके बाद लोग फ्लाइट पकड़ना छोड़ देंगे।
ज़ाहिर है जब सड़क कनेक्टिविटी तेज रफ्तार के साथ डबल इंजन सरकार में बेहतर हो रही तब प्रदेश में हवाई सेवाएं क्यों ना अच्छी हों! इसी लक्ष्य के साथ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी दिल्ली दौड़ पड़े हैं। लेकिन प्रदेश में हवाई सेवाएं बेहतर हों इसलिए मुख्यमंत्री ने मौसम के हालात देखकर दिल्ली दौरा टालने की बजाय सड़क मार्ग से ही पहुंचने की ठानी है।
दरअसल, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का एक मई का एक दिवसीय दिल्ली दौरा पहले से प्रस्तावित था। सीएम धामी को केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से सोमवार को मुलाकात करनी है जिसका एजेंडा उत्तराखंड में हवाई सेवाओं के विस्तार की रूपरेखा तय करना है। लेकिन रविवार को राज्य में मौसम खराब होने के चलते जब स्टेट प्लेन उड़ने की संभावना नहीं नजर आ रही थी तो मुख्यमंत्री धामी सड़क मार्ग से ही दिल्ली जा रहे हैं।
सीएम ने खुद एक दिन पहले ट्वीट कर जानकारी साझा की थी कि एक मई को केंद्रीय मंत्री सिंधिया से उनकी मुलाकात होगी जिसमें राज्य में टूरिज्म और सामरिक महत्व को ध्यान में रखते हुए हवाई सेवाओं से संबंधित कई महत्वपूर्ण योजनाओं पर चर्चा होगी।
ज्ञात हो कि धामी सरकार टूरिज्म सेक्टर में आधी से अधिक संभावनाओं को एक्सप्लोर करने के उद्देश्य से राज्य के कई जिलों और शहरों को हवाई सेवाओं से कनेक्ट करने पर जोर दे रही है। मोदी सरकार की उड़ान योजना के माध्यम से भी राज्य के चिन्यालीसौड, गौचर, टिहरी, श्रीनगर और अल्मोड़ा को देहरादून से जोड़ा जा रहा है। गढ़वाल मंडल में हवाई सेवाएं बेहतर करने के उद्देश्य से गौचर और चिन्यालीसौड़ के बीच भी हेली सेवा शुरू होनी है। साथ ही हल्द्वानी और पिथौरागढ़ के बीच भी हेली सेवा संचालन का एजेंडा आगे बढ़ाया जा रहा है।
साथ ही जौलीग्रांट एयरपोर्ट और पंतनगर एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के मुद्दे पर भी केंद्र और राज्य सरकार के बीच कई मुद्दों पर चर्चा जारी है। साफ है सीएम धामी की केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से एक मई की मुलाकात में खासी अहम है। यही वजह रही कि जब आज मौसम खराब रहा और कल भी मौसम बिगड़ने का अंदेशा रहा तो सीएम धामी ने सड़क मार्ग से दिल्ली दौड़ लगाने का फैसला किया।
चारधाम यात्रा के लिए बनाए गए नोडल अधिकारी
इससे पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज चारधाम यात्रा को मिल रहे श्रद्धालुओं के भारी रिस्पॉन्स से प्रशासन और शासन की बढ़ती चुनौती के मद्देनजर तीन आईएएस अधिकारी नोडल अधिकारी बनाकर मोर्चे पर उतार दिए हैं। ज्ञात हो कि 22 अप्रैल से चारधाम यात्रा शुरू हो चुकी है और पूरी संभावना है कि इस बार यात्रियों की संख्या के सारे रिकॉर्ड टूट जाएंगे।
एक तरफ यात्रियों की बढ़ती संख्या और दूसरी तरफ मौसम के बिगड़ते मिजाज के मद्देनजर यात्रा के सुचारू संचालन तथा श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं मिलें इसके लिए बीवीआरसी पुरुषोत्तम,रंजीत सिन्हा और एसएन पांडेय को नोडल अधिकारी बनाकर मोर्चे पर तैनात कर दिया है। बीवीआरसी पुरुषोत्तम को केदारनाथ धाम का जिम्मा सौंपा गया है जबकि रंजीत सिन्हा को बदरीनाथ और हेमकुंड साहिब तथा एसएन पांडेय को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम का नोडल अफसर नियुक्त किया गया है।
नोडल अफसर नियुक्त कर सीएम धामी ने कोशिश की है कि चारधाम यात्रा को लेकर किसी भी स्थिति में त्वरित निर्णय लेने,शासन और प्रशासन के मध्य बेहतर कोऑर्डिनेशन करने तथा श्रद्धालुओं को न्यूनतम से न्यूनतम असुविधा हो और हर कोई बेहतर अनुभव लेकर राज्य से जाए।