
- सीएम धामी ने किया देहरादून- मसूरी ट्रैक मार्ग का पैदल निरीक्षण, ट्रैक के नेचुरल लुक को बरकरार रखते हुए बेसिक सुविधाएं विकसित करने के एमडीडीए को दिए निर्देश।
- राज्य में स्थित दूसरे ट्रैक रूट में भी किया जाएगा सुधार: सीएम धामी
Dehradun-Mussoorie tracking news: रविवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पत्नी और बच्चों के साथ शहंशाही आश्रम से पैदल ओल्ड राजपुर रोड होते हुए झड़ीपानी (मसूरी) पहुंचे। यहां मुख्यमंत्री ने परिवार के साथ चाय की चुस्की लेते हुए खूबसूरत वादियों का दीदार किया और देहरादून से मसूरी ट्रैक रूट का पैदल निरीक्षण करते हुए इस मार्ग पर बेसिक सुविधाओं की जानकारी लेने के साथ साथ ट्रैकर्स से बातचीत कर उनसे फीडबैक भी लिया।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने एमडीडीए अधिकारियों केएलको निर्देश दिए कि ट्रैक के नैचुरल लुक को बरकरार रखते हुए इस मार्ग पर देश-विदेश से आने वाले ट्रैकर्स, टूरिस्ट और आम-जनमानस के लिए बैठने, खाने-पीने, शौचालय इत्यादि की बेसिक सुविधाएं डेवलप की जाए। बेहतर स्वच्छता, रूट मार्गदर्शन हेतु आकर्षक साइनेज और रेलिंग लगाई जाए। इसके साथ ही सुरक्षा और आपातकालीन उपाय भी किए जाएं।
ट्रैकिंग के दौरान उन्होंने सीनियर सिटीजन और पुराने ट्रैकर्स से भी बातचीत की तथा उनके द्वारा प्राप्त फीडबैक को भी रूट डेवलपमेंट में शामिल करने के अधिकारियों को निर्देश दिए।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में स्थित दूसरे ट्रैकिंग रूट को भी और बेहतर बनाया जाएगा जिससे देश- विदेश से आने वाले टूरिस्ट और ट्रैकर्स उत्तराखंड की नैसर्गिकता, सुंदरता और वसुधैव कुटुंबकम की संस्कृति का आनंद ले सके तथा यहां से अच्छे अनुभव लेकर जाएं। इस दौरान एमडीडीए वीसी व महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी, सदस्य सचिव प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड पराग धकाते सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।
शीतकालीन पर्यटन पर है मुख्यमंत्री का फोकस
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इन दिनों शीतकालीन टूरिज्म एक्टिविटीज को प्रमोट करने के उद्देश्य से कई प्रयास कर रहे हैं और देहरादून-मसूरी ट्रैक रूट पर उनकी रविवार की चहलकदमी को भी इसी से जोड़कर देखा जा सकता है। शीतकालीन चारधाम यात्रा को बढ़ावा देने के साथ ही उनकी पहल है कि उत्तराखंड में ग्रीष्मकालीन टूरिज्म की तरह ही शीतकालीन टूरिज्म की अपार संभावनाएं हैं।
ज़ाहिर है शीतकालीन पर्यटन को बढ़ावा देने के राज्य सरकार के प्रयासों का असर उत्तराखंड में रोज़गार व स्वरोजगार के अवसरों में वृद्धि के रूप में देखने को मिलेगा। सीएम धामी ने कहा कि राज्य सरकार ने इस बार चारधाम यात्रा के शीतकालीन प्रवास स्थलों पर भी शीतकालीन यात्रा को बढ़ावा देने को कई कदम उठाए हैं। इसी का परिणाम है कि शीतकालीन यात्रा में भी श्रद्धालु दर्शन करने पहुंच रहे हैं। आने वाले सालों में चार धाम यात्रा शीतकालीन प्रवास स्थलों के माध्यम से 12 महीने चलेगी। श्रद्धालु गर्मियों में धामों तक पहुंचकर दर्शन लाभ प्राप्त करेंगे और शीतकाल में शीतकालीन प्रवास स्थलों पर दर्शन कर सकेंगे।