
Dehradun: हनोल में रात्रि प्रवास.. महासू महाराज मंदिर परिसर के मास्टरप्लान पर हक हक़ूक़धारी, वजीर, पुरोहित, ठानी, डडवानी, भंडारी, स्थानिकों के साथ महामंथन..! सुबह सुबह त्यूनी राजकीय प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण और बच्चों से इंटरेक्शन और झटपट मौके पर ही विद्यालय के लिए इंटरैक्टिव स्मार्ट बोर्ड से लेकर कंप्यूटर, एलईडी बल्ब, तीन नए क्लास रूम्स का निर्माण, बाउंड्रीवाल और रसोईघर टाइल लगाने की मंजूरी! आख़िर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का सभी जिलाधिकारियों को यही तो निर्देश है कि ग्राउंड जीरो पर उतरकर विकास कार्यों का फीडबैक लें और जहाँ तक हो सके जनता के जीवन में सुधार के तत्काल कदम उठाए जाएँ। पिछले दो तीन दिनों से देहरादून जिले के दुर्गम क्षेत्रों में जिस तरह से जिलाधिकारी सविन बंसल पगडंडी नाप रहे हैं यह राहत देता है कि कम से कम मुख्यमंत्री की मुहिम यहाँ तो रंग दिखा रही है।
दरअसल, मुख्यमंत्री के जिलों में धरातल पर उतरने के आह्वान के अनुरूप ही देहरादून डीएम सविन बंसल दुर्गम क्षेत्रों में रात्रि प्रवास और ग्राउंड पर हो रहे कामों की समीक्षा के साथ ही मौके पर ही आम लोगों की शिक्षा तथा स्वास्थ्य जैसी मूलभूत समस्याओं का समाधान करने की मुहिम चला रहे हैं।
देहरादून डीएम के निरीक्षण से जहां धरातल पर समस्या का समाधान हो रहा है वहीं आम जनमानस को सुगम सुविधा मिल रही हैं। इसी कड़ी में डीएम बंसल राजकीय प्राथमिक विद्यालय त्यूनी निरीक्षण पहुंचे तो बच्चों और स्थानीय लोगों ने जो दिक्कतें गिनाई उनका मौके पर ही समाधान किया गया। डीएम ने मौके पर ही 3 नवीन क्लास रूम के साथ ही बाउंड्रीवॉल के निर्माण तथा रसोईघर के लिए टाइल लगाने को स्वीकृति दे दी।
डीएम ने मुख्य शिक्षा अधिकारी को एस्टीमेट प्रस्तुत करने के निर्देश दे दिए जिसके तहत कक्षा कक्ष को जिला योजना तथा बाउंड्री वॉल, रसोई हेतु खनन न्यास से फंड का प्रबंध करने को कहा गया है। विद्यालय को interactive smart बोर्ड, कंप्यूटर की स्वीकृति के साथ ही डीएम ने कक्षा में बड़ा बोर्ड लगाने तथा एलईडी बल्ब बढ़ाने के निर्देश दिए। साथ ही पुराना जर्जर भवन ध्वस्त करने के निर्देश भी दिए हैं। जब डीएम प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण करने गए, उस दौरान एसडीएम चकराता योगेश मेहर और मुख्य शिक्षा अधिकारी विनोद कुमार डूंडियाल सहित संबंधित अधिकारी भी उपस्थित रहे।
इससे पहले गुरुवार को ज़िलाधिकारी सविन बंसल ने ‘सरकार जनता के द्वार’ कार्यक्रम के अंतर्गत जन समस्याओं की सुनवाई के साथ उनका निपटारा भी किया। जिलाधिकारी की अध्यक्षता में सुदूरवर्ती क्षेत्र त्यूनी में लगे इस वृहद बहुउदेशीय शिविर में ग्रामीणों ने 173 समस्याएं एवं मांग दर्ज कीं। जिलाधिकारी ने अधिकांश समस्याओं व मांगों का मौके पर ही समाधान किया तथा जिनका तत्काल समाधान नहीं हुआ उनके समयबद्ध समाधान के लिए संबंधित अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए। शिविर में 596 से अधिक लोगों की निःशुल्क स्वास्थ्य जांच, दिव्यांग एवं अन्य प्रमाण पत्र मौके पर निर्गत करने के साथ ही क्षेत्रवासियों को जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी गई। इस दौरान जिलाधिकारी ने बहुदेशीय शिविर में 30 से अधिक विभागों द्वारा लगाए गए स्टालों का निरीक्षण भी किया। दूरस्थ क्षेत्र त्यूनी में बहुद्देश्यीय शिविर लगाने पर स्थानीय लोगों ने जिलाधिकारी का आभार व्यक्त किया।
शिविर में जिलाधिकारी ने सभी समस्याएं और शिकायतें सुनते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि जनता की समस्याओं को गंभीरता से लेकर समय पर उनका निस्तारण किया जाए। किसी भी स्तर पर कोई भी शिकायत अनावश्यक लंबित न रहे। सरकार की सभी जन कल्याणकारी योजनाओं से अंतिम छोर के व्यक्ति को लाभान्वित किया जाए। जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि विभागीय अधिकारी दूरदराज क्षेत्रों में मौके पर जाकर समस्याएं जाने और उनका त्वरित समाधान करें।
शिविर में ग्राम हनोल, मेन्द्रथ, दारागाड, सावडा, विनाड-बस्तिल, कूना, रायगी, त्यूनी आदि गांवों के ग्रामीणों ने सड़क, शिक्षा, पेयजल, विद्युत, पीएम आवास, आर्थिक सहायता, मुआवजा, राशन कार्ड, गैस आपूर्ति आदि से जुड़ी समस्याएं रखी।
ग्राम पंचायत सारनी के समस्त ग्रामवासियों ने शिकायत दर्ज करते हुए बताया कि लोक निर्माण विभाग द्वारा सारनी मोटर मार्ग निर्माण के दौरान वर्ष 2022 मे गांव की पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त की गई है, जिससें गांव मे पेयजल की गंभीर समस्या बनी हुई है। कई बार शिकायत करने पर भी कोई कार्यवाही नही हुई है। इस पर जिलाधिकारी ने पीडब्ल्यूडी को एक सप्ताह के भीतर क्षतिपूर्ति मुआवजा उपलब्ध कराने और ऐसा न करने पर संबंधित के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए। अणु चिलवाड मोटर मार्ग पर 20 वर्षों से प्रभावित को प्रतिकार भुगतान न किए जाने पर जिलाधिकारी ने सीडीओ को संबंधित एसडीएम और अधिशासी अभियंता लोनिवि के साथ बैठक करते हुए तत्काल मामले का निस्तारण करने के निर्देश दिए।
जिला मुख्यालय से 250 किलोमीटर दूर राइका भटाड में बच्चों के लिए आवासीय भवन की मांग पर मुख्य विकास अधिकारी को जांच कर खनिज न्यास मे प्रस्ताव उपलब्ध कराने को कहा। अटाल युवा कल्याण समिति द्वारा जनजातीय क्षेत्र में शिक्षा हेतु आर्थिक सहायता चाहने पर सीडीओ को प्रस्ताव उपलब्ध कराने को कहा। ग्राम केराड में एसएचजी महिलाओं द्वारा टिन शेड निर्माण हेतु डीडीओ को मनरेगा से कार्य करने के निर्देश दिए। वहीं एसएचजी को रिलीफ फंड तत्काल उपलब्ध कराने को कहा। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र त्यूनी में आशाओं के लिए आशा घर बनाने हेतु जिलाधिकारी ने सीएमओ को जिला योजना से प्रस्ताव उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
इस दौरान पीएम आवास, दैवीय आपदा में आर्थिक सहायता सहित सभी समस्याओं पर संबधित विभागों के साथ मौके पर निराकरण किया गया।
शिविर में लगे आयुर्वेदिक एवं यूनानी स्टॉल पर 360, एलोपैथिक चिकित्सकों ने 496 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कर निःशुल्क दवा वितरण और 27 दिव्यांग प्रमाण पत्र और 125 आयुष्मान कार्ड बनाए गए और 65 लोगों की ईएनटी की गई। पशुपालन ने 90 प्रतिशत सब्सिडी पर 6.75 लाख ऋण और 50 पशुपालकों को पशु बीमारी की रोकथाम हेतु निःशुल्क दवा वितरित की गयी। कृषि विभाग ने 45 एवं उद्यान विभाग द्वारा 75 लोगों को औद्यानिक औजार, सब्जी बीज, कीटनाशक दवाइयां वितरित की गई। समाज कल्याण द्वारा 22 वृद्धावस्था, 02 विधवा, 04 दिव्यांग पेंशन स्वीकृति के साथ 77 समाजिक समस्याओं का समाधान किया गया। पंचायती राज विभाग द्वारा 52 परिवार रजिस्टर की नकल, राजस्व विभाग द्वारा 11 आय, 01 चरित्र प्रमाण पत्र से संबंधित आवेदनों का निस्तारण किया गया। ई-डिस्ट्रिक्ट स्टाल पर 35 नए आधार कार्ड और 120 आधार कार्ड अपडेशन किए गए। पूर्ति विभाग ने राशन कार्ड संबधी 20 और श्रम विभाग ने 53 श्रमकार्ड संबंधी समस्याओं का निस्तारण किया। दिव्यांग एवं पुनर्वास केंद्र के माधयम से 18 दिव्यांगजनों को व्हीलचेयर, स्टिक एवं अन्य उपकरण वितरण किए गए। वहीं बाल विकास द्वारा 10 किशोरी, 15 धात्री और गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार किट वितरण की गई। विद्युत विभाग ने 10 शिकायतों में से 02 का मौके पर निस्तारण किया। जिला प्रोबेशन अधिकारी ने 02 अनाथ बच्चों को 4हजार रुपये प्रतिमाह स्पान्सरशिप से लाभान्वित किया।
इस दौरान विभागीय अधिकारियों ने विभागों के माध्यम से संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। शिविर में मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, संयुक्त मजिस्ट्रेट गौरी प्रभात, सीएमओ डा.मनोज शर्मा, एसडीएम योगेश मेहरा, डीडीओ सुनील कुमार सहित क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक और बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद थे।
मुख्यमंत्री के दिशा निर्देश और स्थानीय लोगों के सुझाव को समावेशित कर धार्मिक और पर्यटन क्षेत्र हनोल का टूरिस्ट डेस्टिनेशन प्लान का अंतिम खाका तैयार किया जाएगा। जिलाधिकारी सविन बंसल ने गुरुवार को हनोल में रात्रि प्रवास कर मंदिर परिसर में तीर्थ पुरोहितों, हक हकूकधारियों एवं स्थानीय लोगों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की और हनोल के लिए प्रस्तावित मास्टर प्लान को सबके साथ साझा किया। इस दौरान सभी पहलुओं पर गंभीरता से विचार विमर्श और चर्चा करते हुए स्थानीय लोगों के बहुमूल्य सुझाव भी लिए।
जिलाधिकारी सविन बंसल ने कहा कि धार्मिक और पर्यटन स्थल हनोल के सम्पूर्ण एवं बहुआयामी विकास के लिए आईएनआई डिजाइन कंपनी के माध्यम से टूरिस्ट डेस्टिनेशन प्लान तैयार कराया जा रहा है। हनोल टूरिस्ट डेस्टिनेशन प्लान से धार्मिक यात्रियों और पर्यटकों को आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी। हनोल आने जाने वाली सभी सहायक सड़क मार्गों का चौड़ीकरण एवं विस्तारीकरण किया जाएगा। टोंस नदी किनारे घाट तक एप्रोच रोड बनाई जाएगी। हनोल क्षेत्र को होम स्टे योजना से आच्छादित किया जाएगा। हनोल क्षेत्र से जाने वाले केदार कांठा एवं अन्य ट्रैक मार्गों को भी प्राकृतिक रूप से विकसित किया जाएगा जिससे तीर्थाटन और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। इससे स्थानीय लोगों को स्वरोजगार के और अधिक अवसर मिलेंगे और उनकी आय ब़ढ़ेगी। उन्होंने स्थानीय लोगों को होम स्टे पंजीकरण कराने के लिए भी प्रोत्साहित किया।
डीएम सविन बंसल ने कहा कि मास्टर प्लान से प्रभावित परिवार और अधिग्रहित भूमि का नियमानुसार उचित मुआवजा आवंटित किया जाएगा। जिलाधिकारी ने आईएनआई डिजाइन कंपनी से आए कंसलटेंट को हनोल क्षेत्र में लगातार बढ़ रही श्रद्धालुओं और पर्यटकों की संख्या, भविष्य की जरूरतों और स्थानीय लोगों के बहुमूल्य सुझावों को समावेशित करते हुए हनोल टूरिस्ट डेस्टिनेशन प्लान शीघ्र तैयार करने के निर्देश भी दिए।
आईएनआई डिजाइन कंसलटेंट ने हनोल टूरिस्ट डेस्टिनेशन प्लान का विस्तृत प्रेजेंटेशन दिया। बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु महासू महाराज मंदिर परिसर में अराइवल प्लाजा, पुरोहित आवास, मंदिर सौंदर्यीकरण, क्यू मैनेजमेंट, पार्किंग, एप्रोच मार्ग, धर्मशाला, पब्लिक यूटिलिटी कॉम्पलेक्स, रेन सेल्टर, आस्था पथ निर्माण आदि कार्य प्लान में शामिल किए गए है।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, अध्यक्ष मंदिर समिति एसडीएम योगेश मेहरा, देवता के वजीर दीवान सिंह राणा, देवता के पुजारी हरिश्चंद्र नौटियाल, शांतिगराम डोभाल, पुरोहित मोहनलाल सेमवाल, गोरखनाथ राजगुरु, थानी दिनेश चौहान, भंडारी पप्पू राणा, डडवारी नत्थी प्रसाद, रोशन लाल, मंदिर समिति के सदस्य रघुवीर सिंह रावत, चंदन राम राजगुरु, राजाराम शर्मा, प्रहलाद जोशी, राजेंद्र नौटियाल, प्रधान हनोल चतरा हरीश राजगुरु, जय किशन, महेश रावत सहित समस्त स्थानीय लोग उपस्थित रहे।
गुरुवार सुबह जिलाधिकारी सविन बंसल ने हनोल मंदिर में देवता के दर्शन किए और इस दौरान उन्होंने मंदिर परिसर में पुजारियों, समिति के सदस्यों स्थानीय निवासियों से बैठक कर मास्टर प्लान पर विमर्श किया।
जिलाधिकारी ने हनोल मंदिर परिसर का निरीक्षण करते हुए मास्टर प्लान में प्रस्तावित पार्किंग पार्किंग स्थल, प्रस्तावित सराय धर्मशाला आदि का निरीक्षण करते हुए स्थानीय अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि खुली बैठक में प्राप्त सुझाव एवं स्थानीय निवासियों, जनमानस हक-हकुक धारियों के हितों को ध्यान में रखते हुए प्लान में संशोधन किया जाएगा। साथ ही स्थानीय निवासियों की संख्याओं को दूर करते हुए कहा कि हनोल मंदिर परिसर के लिए स्वीकृत समुचित धनराशि का उपयोग मंदिर परिसर के जीर्णोद्धार के लिए ही किया जाएगा। उन्होंने कहा कि खुली बैठक में प्राप्त हुए समस्त सुझाव एवं बिंदुओं को मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।