देहरादून: पिछले कई दिनों से मसूरी में अपनी फिल्म की शूटिंग के लिए पहुँचे अक्षय कुमार ने सोमवार को देहरादून में मुख्यमंत्री आवास पहुंचकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी लगे हाथ ब्रहमकमल की टोपी पहनाकर फ़िल्म स्टार अक्षय कुमार को उत्तराखंड का ब्रांड एंबेसडर बनने का प्रस्ताव देते हैं जिसे खिलाड़ी कुमार तुरंत स्वीकार लेते है।
लीजिए इस तरह झटपट चुनाव आचार संहिता में ही उत्तराखंड को मिल गया एक और नया ब्रांड एंबेसडर! क्या पता अक्षय कुमार को चुनाव आचार संहिता के बीच ही ब्रांड एंबेसडर बना देने से युवा सीएम पुष्कर सिंह धामी और सत्ताधारी भाजपा को कुछ वोटों का बेनेफिट हो जाए! क्योंकि सच तो यह है कि उत्तराखंड को इन तमाम ब्रांड एंबेसडर्स से बहुत फायदा होता नहीं दिखा है।
हां जब तब तमाम मुख्यमंत्रियों ने फिल्म स्टार्स से लेकर क्रिकेटर्स और कलाकारों को उत्तराखंड का ब्रांड एंबेसडर बनाया जाता रहा है लेकिन ये ब्रांड एंबेसडर एक दिन की अखबारी-टीवी हेडलाइन से आगे न कभी नजर आए न ही राज्य को फायदा करते दिखे।
बात आज उत्तराखंड के ब्रांड एंबेसडर बनाए गए अक्षय कुमार की ही कर लेते हैं। अक्षय कुमार कोई पहली बार उत्तराखंड के ब्रांड एंबेसडर नहीं बने हैं। इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सितंबर 2017 में अक्षय कुमार को उतराखंड में स्वच्छता अभियान का ब्रांड एंबेसडर बनाया था। अब उत्तराखंड आकर अक्षय कुमार ने स्वच्छता की कितनी अलख जगाई या विभिन्न प्रचार माध्यमों से उत्तराखंड में स्वच्छता को लेकर कोई कैंपेन चलाया हो तो आप याद करें!
किन किन शहरों या जिलों में अक्षय कुमार को लेकर तब त्रिवेंद्र सरकार पहुँची इसकी तस्वीरें खोजने पर भी नहीं मिलेंगी क्योंकि न अक्षय कुमार के पास कभी फुरसत रही और न ही एक दिन के हेडलाइन मैनेजमेंट के बाद त्रिवेंद्र सिंह रावत को कभी अपने ब्रांड एंबेसडर की याद आरई।
त्रिवेंद्र सिंह रावत से पहले मुख्यमंत्री रहते रमेश पोखरियाल निशंक स्टार क्रिकेटर एमएस धोनी को उत्तराखंड का पहला मानद वाइल्डलाइफ़ वॉर्डन बनाते हैं। लेकिन निशंक द्वारा बनाया यह ब्रांड एंबेसडर भी एक दिन ‘Save Our Tigers’ टीशर्ट पहनकर तत्कालीन सीएम निशंक के साथ फोटो खिंचाने के बाद फिर कभी पलटकर राज्य में नजर नहीं आए। जिम कॉर्बेट और राजाजी पार्क में टाइगर अपने तरीके से ही बचाए गए लेकिन कभी ब्रांड एंबेसडर धोनी ने यहाँ आकर किसी कैंपेन में हिस्सा लिया हो ऐसा नहीं हो पाया।
अब युवा सीएम पुष्कर सिंह धामी सरकार के आख़िरी महीनों में सरकार की ड्राइविंग सीट पर बैठे हैं लिहाजा सबसे ज्यादा तेजी से ब्रांड एंबेसडर बना रहे हैं। एक टीवी रियलिटी शो जीतकर चंपावत के लाल सिंगर पवनदीप राजन लौटे तो उत्तराखंड के ब्रांड एंबेसडर बना दिए गए।ओलंपियन हॉकी खिलाड़ी वंदना कटारिया उत्तराखंड की बेटी बचाओ – बेटी पढ़ाओ ब्रांड एंबेसडर हैं। क्रिकेटर ऋषभ पंत भी ब्रांड एंबेसडर और अब अक्षय कुमार नए ब्रांड एंबेसडर!
सवाल है कि क्या किसी को उत्तराखंड का ब्रांड एंबेसडर घोषित करना महज मुख्यमंत्री के लिए सिर्फ जुबानी कसरत भर है? या फिर सरकार की कोई सोच भी है ताकि बड़े चेहरों को ब्रांड एंबेसडर बनाकर ब्रांड उत्तराखंड को नई चमक दी जाए?
कम से कम चुनाव आचार संहिता के बीच अक्षय कुमार के साथ चार फोटो खिंचाकर ब्रांड एंबेसडर घोषित कर देना योजनागत फैसला कम और फ़ेमस फिल्म स्टार के बहाने वोट बंटोरने की सोच ज्यादा नजर आ रही है।