मसूरी: उत्तराखंड चुनाव जैसे-जैसे करीब आते जा रहे हैं, कैबिनेट मंत्री डॉ हरक सिंह रावत अपने पुराने तेवरों में लौटते दिख रहे हैं। काऊ प्रकरण में तीखे तेवर दिखाने और पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत को ढेंचा बीज घोटाले में घेरने के बाद मंगलवार को हरक सिंह रावत ने फिर अपने तीखे तेवर दिखाए और ग़ैरों के साथ-साथ ‘अपनों’ को भी कटघरे में खड़ा कर दिया। डॉ हरक सिंह ने एक कार्यक्रम में अपने अंदाज में बोलते-बोलते सत्ताधीशों को नालायक और बेवक़ूफ़ करार दे दिया।
दरअसल, मंगलवार को मसूरी नगर पालिका परिषद सभागार में उत्तराखंड पर्यटन एवं तीर्थाटन संरक्षण समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रम में मंत्री हरक सिंह रावत ने शहीद राज्य आंदोलनकारियों को याद करते कहा कि आज तमाम शहीदों की आत्माएँ रो रही होंगी यह देखकर कि हमने राज्य की बागडोर किन नालायकों और बेवक़ूफ़ों के हाथों में सौंप दी। जाहिर है उनका निशाना अब तक के तमाम मुख्यमंत्रियों के साथ साथ सरकारों पर रहा और ऐसे समय जब उसी कार्यक्रम में कॉमरेड शिव प्रसाद देवली ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले तो भाजपा ने प्रदेश की जनता पर मुख्यमंत्री थोपे और फिर उनको नालायक मुख्यमंत्री बताकर बदल दिया। कॉमरेड देवली हमलावर तेवरों के साथ भाजपा पर नालायक मुख्यमंत्री थोपने का आरोप लगाते रहे और मंचासीन मंत्री हरक सिंह रावत मंद-मंद मुस्कुराते नजर आए। इसी दौरान कॉमरेड शिव प्रसाद देवली ने कहा कि डॉ हरक सिंह रावत जैसे अनुभवी नेता को प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए लेकिन ऐसे लोगों को मौका नहीं दे रहे।
कहीं पर निगाहें कहीं पर निशाना
जाहिर है इसी कार्यक्रम में तीखे तेवर के साथ हरक सिंह रावत ने अब तक के राज्य के सत्ताधीशों को शहीद राज्य आंदोलनकारियों को याद करते नालायक और बेवक़ूफ़ कहकर अपना मैसेज दे दिया है। अब इसे अपने-अपने तरीके से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत से लेकर विजय बहुगुणा, रमेश पोखरियाल निशंक, जनरल खंडूरी, भगत सिंह कोश्यारी और मौजूदा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी डी-कोड कर सकते हैं। आखिर सियासत में खेल सारा मैसेज देने का जो ठहरा!