
Haridwar Land Scam: उत्तराखंड शासन से आज की सबसे बड़ी खबर आ रही है। शासन स्तर के सूत्रों ने करोड़ों के हरिद्वार ज़मीन घोटाले में दो आईएएस और एक पीसीएस अफसर को दोषी ठहराया है। जानकारी के अनुसार करोड़ों रुपये के हरिद्वार जमीन घोटाला मामले में मौजूदा डीएम हरिद्वार कर्मेंन्द्र सिंह समेत कई अन्य अधिकारी जांच के घेरे में आ गए हैं। जांच अधिकारी IAS रणवीर सिंह चौहान ने जांच रिपोर्ट पूरी होने के बाद शासन को सौंप दी है।
हरिद्वार जमीन घोटाले में DM समेत कई बड़े अफसर दोषी?
करोड़ों रुपये के हरिद्वार ज़मीन घोटाले की जाँच में आईएएस रणवीर सिंह चौहान ने जांच पूरी कर रिपोर्ट शासन को सौंपते ही प्रदेश के पॉवर कॉरिडोर में इस धमाके की गूंज सुनाई देने लगी है। सूत्रों के अनुसार इस करोड़ों के जमीन घोटाले में हरिद्वार के डीएम कर्मेंन्द्र सिंह की भूमिका तो सवालों के घेरे में है ही, साथ-साथ तत्कालीन नगर आयुक्त वरुण चौधरी और एसडीएम अजयवीर सिंह भी दोषी ठहराए गए हैं।
उम्मीद करनी चाहिए कि राजस्व को कूड़ा समझकर कोड़ियों की ज़मीन को करोड़ों की बनाकर ख़रीद डालने वाले दागी अफ़सरान अब आईएएस रणवीर सिंह चौहान की रिपोर्ट आने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा निपटाये जाएँगे और सख़्त क़ानूनी एक्शन होता नज़र आएगा, ताकि एक नज़ीर भी बने!
जब हरिद्वार डीएम कर्मेन्द्र सिंह से लेकर तत्कालीन नगर आयुक्त वरुण चौधरी और एसडीएम अजयवीर सिंह ही लपेटे में हैं, तब अगर बाड़ ही खेत को खा रही तो रहम क्यों करेंगे मुख्यमंत्री धामी भी !

जांच अधिकारी के रूप में आईएएस रणवीर सिंह चौहान ने मई में जांच शुरू की और महीने के आखिर तक रिपोर्ट शासन को सौंप दी है जिसके बाद से हड़कंप मच गया है। सवाल है कि क्या दोषी अधिकारी नपेंगे ?