
New Delhi: इंडिया सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च एंड डेवलपमेंट ( India Centre for policy research and development- ICPRD) द्वारा नई दिल्ली के प्रेस क्लब में अमृत मंथन से “सस्टेनेबल इंडिया” कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

इस कार्यक्रम में भारत, रूस और इजरायल से कई नेता, विद्वान, वैज्ञानिक और विशेषज्ञों ने अपने अमृत काल में सशक्त और सक्षम भारत विषय को लेकर अपने विचार व्यक्त किए।
ICPRD के अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रकाश डाला कि क्यों आज भारत के उभरती हुई महाशक्ति है जिसके महत्व और दमखम को यूरोप से लेकर अमेरिका तक हर देश स्वीकार रहा है। राजीव रंजन सिंह ने कहा कि Amrit Manthan to Sustainable India प्रोग्राम के माध्यम से आज तमाम विद्वतजन दुनिया के बदलते सत्ता समीकरण और उसमें भारत की अहम भूमिका पर अपने अपने नजरिए तथा अनुभव से रोशनी डालने का कार्य करेंगे।
इस कार्यक्रम में उपस्थित हस्तियों में प्रमुख रूप से वरिष्ठ राजनेता और यूपी से सांसद रीता बहुगुणा जोशी, TIFAC के निदेशक प्रो. प्रदीप श्रीवास्तव, रूस के विचारक सर्गेई द्वार्योनोव, पूर्व सचिव अजय मिश्रा, प्रो. प्रतीक शर्मा, उप कुलपति टेरी यूनिवर्सिटी, मीडिया आइकॉन दिलीप चेरियन, हरि नटराजन, यूएनडीपी, निधि सरीन, प्रोग्राम हेड, जीआईजेड, जर्मनी द्वारा
कार्यक्रम में कई विषयों पर अलग अलग तकनीकी सेशन में विचार मंथन किया गया।
दिनभर चले कार्यक्रम के दौरान विभिन्न सत्रों में मुख्य रूप से जिन विषयों पर विचार मंथन किया गया, वे हैं- :
Climate Change,
India’s Energy Transition in Amrit Kaal,
Carbon Credits and Carbon Finance Today and Tomorrow,
Climate Resilience and Sustainability in India,
Innovative Green Financing Instrument,
The Call Together and Road Ahead towards Climate Resilient India.
ICPRD के अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह का कहना है कि इस कार्यक्रम से निकले निष्कर्ष को विभिन्न माध्यम से सरकार तथा नीति नियंतों व जन-जन तक पहुंचाया जाएगा।
