न्यूज़ 360

Justice for Ankita Bhandari: माहरा ने CM, सरकार से पूछा- वनंतरा रिजॉर्ट का VIP कौन, बचाव कर धूल न झोंके, सीबीआई जांच हो

Share now

Justice for Ankita Bhandari: वनंतरा रिजॉर्ट में वह कौन वीआईपी आने वाला था जिसको एक्सट्रा सर्विस देने के लिए पहाड़ की बेटी 19 वर्षीय अंकिता भंडारी पर लगातार प्रेशर बनाया जा रहा था? और अपने सम्मान और स्वाभिमान से समझौता करने से इंकार करने के बाद उसे अपनी जान से भी हाथ धोना पड़ा।

हालांकि विधानसभा सत्र के दौरान संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने किसी वीआईपी के न होने की बात कर विपक्ष को मुद्दा थमा दिया है। अब विपक्ष पूछ रहा है कि अगर कोई वीआईपी नहीं था तो एसआईटी अपनी जांच में किस वीआईपी की तलाश कर रही।

सोमवार को विरोध प्रदर्शन कर कांग्रेस ने धामी सरकार पर गंभीर आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार अंकिता भण्डारी हत्याकांड में VIP चेहरे का बचाव कर जनता की आंखों में धूल झोंकने का काम कर रही है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने आरोप लगाया है कि पुलिस प्रशासन से जनता का विश्वास उठ चुका है और पीड़िता के परिजनों को न्याय मिल सके इसके लिए जरूरी है अब इस मामले की जांच सीबीआई से कराई जाए।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने राज्य पुलिस प्रशासन पर भाजपा की राज्य सरकार के दबाव में अंकिता भण्डारी हत्याकाण्ड में वीआईपी चेहरे का बचाव कर जनता की आंख में धूल झोंकने का आरोप लगाया है।

एक बयान जारी करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि अंकिता भण्डारी हत्याकाण्ड में भारतीय जनता पार्टी की सरकार के दबाव में पुलिस एक भी कदम आगे नहीं बढ़ पाई है। माहरा ने कहा कि वीआईपी के नाम का खुलासा करने की बजाय उसके बचाव का षड्यंत्र कर जनता को गुमराह कर आंख में धूल झोंकने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के दबाव में किस वीआईपी चेहरे का बचाव किया जा रहा है इसका खुलासा होना चाहिए।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने सरकार से सवाल करते हुए कहा कि अंकिता भण्डारी हत्याकांड में भाजपा सरकार के दबाव में पुलिस प्रशासन द्वारा पहले दिन से ही लीपापोती का काम किया जा रहा है। भाजपा नेता से जुड़े होने के कारण पहले गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखने में जानबूझकर देरी की गई। मामले को लटकाने के लिए नियमित पुलिस और राजस्व पुलिस के बीच मामले को उलझाने का काम किया गया। हत्याकाण्ड के एक सप्ताह तक भी दोषियों की गिरफतारी नहीं की गई और गिरफ्तारी के बाद दोषियों की कई दिन तक पुलिस रिमांड भी नहीं ली गई।

उन्होंने कहा कि हत्याकाण्ड के सबूत मिटाने की नीयत से रिसार्ट में तोड़फोड़ व आगजनी करवाना, पीड़िता के बिस्तर को स्वीमिंग पूल में डालना, पुलिस एवं जिला प्रशासन द्वारा पहले तोड़फोड की अनुमति से इंनकार करना तथा बाद में किसके दबाव में अपना बयान बदलना पुलिस जांच पर सवाल खडे करते हैं।

करन माहरा ने कहा कि पुलिस महानिदेशक द्वारा अंकिता भण्डारी के पिता के बीच हुई वार्ता को बिना सहमति के सार्वजनिक करना। पुलिस के आला अधिकारियों के बयान जिसमें उन्होंने कहा कि हत्याकाण्ड से जुडे तथ्यों की फारेंसिक जांच के लिए जरूरी सबूत जुटा लिये गये हैं तथा आग लगने और डोजर चलाने से जांच में कोई फर्क नहीं पड़ता है। अग्निकाण्ड और तोड़फोड़ में सारे सबूत नष्ट करने के उपरान्त घटना स्थल पर पुलिस टीम द्वारा सबूतों की खोज करना आपस में विरोधाभाषी है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा सरकार के वरिष्ठ मंत्री (प्रेमचंद अग्रवाल) द्वारा विधानसभा सदन को गुमराह करते हुए वीआईपी के बारे में दिया गया बयान हास्यास्पद ही नहीं जघन्य हत्याकाण्ड के इस मामले को सरकारी संरक्षण की ओर भी इशारा करता है।

उन्होंने कहा कि संवेदनशील एवं जघन्य हत्याकाण्ड में दो महीनों में चार्जशीट दाखिल होना जैसे कई अनसुलझे सवाल हैं जो प्रदेश की जनता के दिल में तीर की भांति चुभ रहे हैं जिसका कांग्रेस पार्टी ही नहीं पूरे प्रदेश की जनता सरकार से जवाब मांग रही है। उन्होंने कहा कि इस प्रकरण में राज्य पुलिस की कार्य प्रणाली पहले दिन से ही संदिग्ध बनी हुई है तथा जनता को पुलिस से विश्वास उठ चुका है, इसलिए कांग्रेस पार्टी बार बार अंकिता भण्डारी हत्याकांड की सीबीआई जांच की मांग करती आ रही है।

अंकिता भण्डारी हत्याकाण्ड मामले पर प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष संगठन एवं प्रशासन मथुरादत्त जोशी तथा प्रदेश महामंत्री संगठन विजय सारस्वत ने भी सवाल उठाते हुए कहा कि जिस प्रकार पुलिस द्वारा सरकारी दबाव में पहले दिन से ही रवैया अपनाया गया है उससे न केवल राज्य में अपराधियों को संरक्षण मिल रहा है अपितु राज्य में अपराध का ग्राफ दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है तथा अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो गये हैं कि राज्य में रोज नये-नये अपराध के मामले सामने आ रहे हैं।

कांग्रेस नेताओं ने कहा कि अंकिता भण्डारी हत्याकाण्ड में अहम सुराग जिसके आधार पर मामला खुलने में मदद मिली उसी अपने वाट्सअप मैसेज में अंकिता भण्डारी ने जिस वीआईपी के नाम का उल्लेख किया है सरकार को स्पष्ट करना चाहिए कि उस वीआईपी तथा स्पेशल सर्विस का क्या अर्थ है? उन्होंने कहा कि अंकिता भण्डारी हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराई जाए ताकि पीड़िता के परिवार को न्याय मिल सके।

Show More

The News Adda

The News अड्डा एक प्रयास है बिना किसी पूर्वाग्रह के बेबाक़ी से ख़बर को ख़बर की तरह कहने का आख़िर खबर जब किसी के लिये अचार और किसी के सामने लाचार बनती दिखे तब कोई तो अड्डा हो जहां से ख़बर का सही रास्ता भी दिखे और विमर्श का मज़बूत मंच भी मिले. आख़िर ख़बर ही जीवन है.

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!