देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए अपनी चम्पावत विधानसभा सीट से इस्तीफा देने वाले भाजपा के दो बार के विधायक कैलाश गहतोड़ी को इस राजनीतिक कुर्बानी के लिए जल्द बड़ा इनाम मिलने जा रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने राजनीतिक जीवन के इस कर्ज को चुकाने के लिए गहतोड़ी को बड़ी जिम्मेदारी देने का मन बना लिया है। दरअसल धामी को छह माह में विधानसभा की सदस्यता लेनी है और गहतोड़ी ने चम्पावत जैसी सुरक्षित सीट मुख्यमंत्री को देकर उन्हें नया राजनीतिक जीवन देने का कार्य किया है। लिहाज़ा CM धामी भी गहतोड़ी के इस त्याग का बड़ा इनाम देने जा रहे हैं।
दरअसल, बाइस बैटल में मोदी सुनामी के सहारे के बावजूद खटीमा में सियासी कश्ती डूबा बैठे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अब ‘दूध का जला छाछ भी फूंक फूंक कर पीता है’ वाले अंदाज़ में उपचुनाव लड़ रहे हैं। धामी बखूबी जानते हैं कि राजनीतिक विरोधी कांग्रेस से उतना खतरा नहीं जितना घर के भीतर के ‘अपनों’ के ‘खेला’ करने का है। धामी के लिए जहां चुनावी जीत कुर्सी बचाने को लेकर जीवन मरण के प्रश्न सरीखा है तो ‘अपनों’ की शक्ल में निपटाने को आतुर मंसूबों के लिये यह एक नया अवसर! अपने इसी डर को लेकर धामी ने किसी कांग्रेस विधायक की सीट खाली कराकर भाजपा की सीट बढ़ाते हुए विधानसभा पहुंचने का जोखिम मोल लेने की बजाय सबसे सुरक्षित सीट चम्पावत चुनी है। इतना ही नहीं धामी के साथ अबके ‘खेला’ न हो जाये इसीलिए भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष 24 को उत्तराखंड पहुंचकर मुख्यमंत्री की जीत सुनिश्चित करने को लेकर क्लास लेंगे।
बीएल संतोष के दो दिवसीय प्रवास में जहां मुख्यमंत्री की उपचुनाव में जीत सुनिश्चित करने की पटकथा लिखी जाएगी, वहीं सूबे की सत्ता में दोबारा भाजपा की धमाकेदार वापसी कराने वाले पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं को दायित्व का इनाम देने का खाका भी खींचा जाएगा। पार्टी नेतृत्व और मुख्यमंत्री धामी इस बार त्रिवेन्द्र राज की तर्ज पर संगठन का काम संभाल रहे कार्यकर्ताओं और नेताओं को लंबा तरसाने की बजाय जल्द सरकार में हिस्सेदारी का सियासी सुख देने का मन बना चुके हैं। सूत्रों का दावा है कि चुनावी जंग में अहम भूमिका निभाने वाले चेहरों को तमाम निगमों, आयोगों और बोर्ड-समितियों में अध्यक्ष-उपाध्यक्ष बनाकर कैबिनेट-राज्यमंत्री के दर्जे से नवाजा जा सकता हैं।
कैलाश गहतोड़ी को सबसे पहले और सबसे अहम जिम्मेदारी दिया जाना तय है। सूत्रों ने दावा किया है कि CM धामी की किचन कैबिनेट में गहतोड़ी को वन विकास निगम जैसे बेहद अहम और मलाईदार विभाग का अध्यक्ष बनाने पर क़रीब क़रीब मुहर लग चुकी है। वन विकास निगम के अध्यक्ष के नाते कैलाश गहतोड़ी को कैबिनेट मंत्री का दर्जा मिलेगा और वे ही चम्पावत में चीफ मिनिस्टर के सिपहसालार के तौर पर सारा विकास कराएंगे। हालांकि एक तबका गहतोड़ी को राज्यसभा भेजने का हिमायती भी है लेकिन शायद गहतोड़ी की पहली पसंद राज्य सरकार से जुड़कर विकास में भागीदारी निभाने की अधिक बताई जा रही है।