कार्मिकों के मुद्दे पर कुरुक्षेत्र: धामी सरकार थमा रही ‘कमेटी झुनझुना’ कांग्रेस ने कहा- कर्मचारियों के हितों से पीठ फेर कुंभकर्णी नींद सोई सरकार

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देहरादून: ऋषिकेश में तीन दिवसीय मंथन शिविर आयोजित कर 2022 में जीत के लिए अमृत खोज रही कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने आक्रामक होकर कर्मचारियों की नाराज़गी का मुद्दा उठा लिया है। ऐसे समय जब सीएम पुष्कर सिंह धामी कर्मचारियों की हर समस्या का समाधान कमेटी बनाकर खोज रहे, तब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का आक्रामक होकर डीए और वेतन विसंगति सहित पुलिस ग्रेड पे और गेस्ट टीचर्स का मुद्दा उठाकर पार्टी के बदले तेवरों का इशारा कर रहा है।
दरअसल चुनावी साल है और धामी सरकार सरकारी कर्मचारियों से लेकर उपनल कर्मियों की विभिन्न माँगों के मोर्चे पर घिरती जा रही है। साढ़े चार साल से मांगों पर अमल का इंतजार करते कर्मचारी अब चुनाव सामने देखकर सरकार पर दबाव बनाने में जुट गए हैं। इसलिए सरकार भी किसी भी कर्मचारी तबके की माँग उठती है तो उसे कमेटी या सब-कमेटी बनाकर दबाने का दांव चल दे रही है। सोमवार को पूर्व सीएस इंदु कुमार पांडे की अगुआई मे वेतन विसंगति समिति गठित की गई है। उससे पहले भी राज्य सरकार कई कमेटियाँ बना चुकी है।
पुलिस ग्रेड पे पर कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल की अध्यक्षता में कैबिनेट सब-कमेटी बनी हुई है।
उपनल कर्मचारियों की माँगों को लेकर हनी कैबिनेट सब-कमेटी की रिपोर्ट सरकार की टेबल पर है लेकिन रिपोर्ट गोपन विभाग को मिलन के बावजूद उपनल कर्मियों को इसके कैबिनेट में आने और उस पर निर्णय होने का इंतजार है।
इंदु कुमार पांडे वेतन विसंगति समिति को लेकर सचिवालय संघ कह चुका है कि पूर्व में वेतन विसंगति समिति का कार्मिकों के लिए अनुभव निराशाजनक रहा है लिहाजा आगे भी उम्मीद कम है और सरकार को इसे वापस लेने पर पुनर्विचार करना चाहिए। जबकि राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के प्रांतीय कार्यकारी महामंत्री अरुण पांडेय का कहना है कि इंदु कुमार कमेटी बनाकर सरकार ने संदेश दे दिया है कि वह कर्मचारियों के मुद्दों को टालना चाहती है।
जाहिर है जब सरकार फंसी है और कमेटी को इन तमाम माँगों का इकलौता उपाय मान रही तब कांग्रेस का हल्लाबोल बीजेपी के लिए चिन्ता बढ़ाने वाला है।

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने आरोप लगाया कि जब केन्द्र से लेकर कई राज्यों ने डीए बढ़ाकर देना शुरू कर दिया लेकिन राज्य की धामी सरकार कर्मचारियों के डीए को लेकर कुंभकर्णी नींद सोई हुई है। गोदियाल ने कहा कि उपनल और मनरेगा कर्मचारी दो महीने धरना देते हैं लेकिन माँगें आज तक नहीं पूरी की गई। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि अतिथि शिक्षकों का वेतन 15 हजार से बढ़ाकर 25 हजार करने का फ़ैसला कैबिनेट बैठक में लिए एक महीने से अधिक समय हो चुका लेकिन शासनादेश जारी नहीं हो सका है। उन्होंने आरोप लगाया कि नर्सिंग सेवा के 2600 पदों पर तीन बार परीक्षा स्थगित हो चुकी है।
गणेश गोदियाल ने कहा कि पुलिस कर्मियों से संबंधित ग्रेड पे को सरकार ने 4600 से घटाकर 2800 कर दिया और इसके विरोध में पुलिस परिजनों को सड़क पर उतरकर विरोध करने को मजबूर होना पड़ा। गोदियाल ने आरोप लगाया कि पहले वाले सीएम टीएसआर 7.5 लाख नौकरियाँ देने का दावा करते थे फिर दूसरे टीएसआर सीएम बने तो 22 हजार नौकरियाँ देने की बात करने लगे और अब तीसरे सीएम पुष्कर सिंह धामी न सिर्फ 22 हजार बल्कि 10 लाख नौकरियों की बात करने लगे हैं।


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