
Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव में एनडीए ने बहुमत की बाजी जीत ली है लेकिन इंडिया गठबंधन से मिली कड़ी टक्कर के चलते बीजेपी का अकेले 370 पार जाने का सपना तो पूरा हो नहीं लगा उल्टे मोदी मैजिक के बावजूद अपने बूते कमल कुनबा 272 का जादुई आंकड़ा छूने से चूक गया और तीन सौ के मुहाने पर खड़ा एनडीए चार सौ पार जाने से रह गया है। उत्तर प्रदेश में राममंदिर प्राण प्रतिष्ठा के बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी न मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जादू चल पाया और सपा कांग्रेस ने मिलकर इंडिया गठबंधन को यूपी में बराबरी पर खड़ा कर दिया है। लेकिन इसके ठीक उलट पड़ोसी राज्य उत्तराखंड में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की जोड़ी का जादू सिर चढ़कर काम करता दिखा है।
उत्तराखंड की चुनावी पिच पर प्रधानमंत्री मोदी का मैजिक तो चल ही रहा था लेकिन युवा सीएम धामी ने यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू जैसा बड़ा कदम उठाने से लेकर लैंड जिहाद, लव जिहाद, नकल माफिया पर नकेल कसकर प्रदेश में बीजेपी के पक्ष में माहौल बनाने में अहम योगदान दिया। एक समय हरिद्वार में पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और गढ़वाल लोकसभा सीट पर बीजेपी के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी फंसे दिखाई दे रहे थे क्योंकि हरिद्वार में वोटों का सामाजिक समीकरण और गढ़वाल में कांग्रेस प्रत्याशी गणेश गोदियाल द्वारा उठाये मुद्दों से बीजेपी प्रत्याशी घिरते दिखाई दे रहे थे लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में धामी सरकार के कई अहम फैसले जीत के लिए मददगार साबित हुए और उत्तराखंड में बीजेपी ने पांचों सीटों पर जीत की हैट्रिक लगा दी।
कुमाऊं की नैनीताल उधमसिंहनगर लोकसभा सीट और अल्मोड़ा की सुरक्षित सीट पर तो सीएम धामी ने एक्सटेंसिव कैंपेन कुरुक्षेत्र लड़ा ही गढ़वाल, टिहरी और हरिद्वार में भी रानी, त्रिवेंद्र और बलूनी के लिए ढाल बनकर चुनावी मैदान में डटे रहे।
जाहिर है उत्तराखंड की सियासी पिच पर धामी की धाकड़ बल्लेबाजी ने बीजेपी के खाते में पांचों सीटों को डालकर बीजेपी नेतृत्व को बड़ी राहत पहुंचाई है। खासकर उत्तराखंड के ‘बड़े भाई’ समझे जाने वाले पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश में बीजेपी को झटके पर झटके लग रहे थे और 2019 के मुकाबले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वाराणसी में जीत का अंतर घट गया और अमेठी तक में कांग्रेस कैंडिडेट किशोरी लाल शर्मा के हाथों केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी जैसी कद्दावर हार गई तब धामी ने उत्तराखंड के पहाड़ वोटर्स की नाराजगी नहीं चढ़ने दी।
बहरहाल देखना दिलचस्प होगा कि केंद्र की सत्ता कैसे शेप लेती है लेकिन उत्तराखंड में टीम धामी ने मोदी शाह को निराश न करते हुए बड़ी जीत देकर बम बम कर दिया है और इसका पूरा श्रेय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को जायेगा।