देहरादून:देहरादून स्थित वाईएस रिसर्च फाउंडेशन ऑफ़ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन के द्वारा राष्ट्रीय कांफ्रेंस का आयोजन किया गया जिसमें देश-विदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों के वाइस चांसलर, प्रोफेसर, जुडिशल अधिकारी, शोध कर्ताओं, वैज्ञानिकों एवं कानूनविद सहित सैकड़ों की तादाद में विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया।
इस राष्ट्रीय कांफ्रेंस का आयोजन यदुनाथ सिंह रिसर्च फाउंडेशन ऑफ़ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन के सातवें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में किया गया।विदित हो कि रिसर्च फाउंडेशन सुशासन के क्षेत्र में शोध एवं विमर्श के प्रति समर्पित एक संगठन है। जोकि सोसाइटी रजिस्ट्रेशन अधिनियम के अंतर्गत पंजीकृत एक गैर-सरकारी सोसाइटी है इस संस्था के द्वारा समय-समय पर विभिन्न सेमिनार कॉन्फ्रेंस एवं वर्कशॉप का आयोजन किया जाता है।
2021 के लिए राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया जिसमें रिसर्च एक्सीलेंस अवार्ड भी प्रदान किया गया कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था के निदेशक डॉ सुशील कुमार सिंह एवं प्रोग्राम डायरेक्टर श्रीमती गीता नेगी सिंह के द्वारा की गई। संस्था के मुख्य संरक्षक एवं एडवाइजर एवं कुमाऊँ विश्विद्यालय के पूर्व कुलपति प्रोफेसर सीपी बर्थवाल ने अपना एक्सपर्ट व्याख्यान प्रस्तुत कर कार्यक्रम की आधारशिला रखी।
कार्यक्रम में मुख्य मुख्य वक्ता के रूप में कन्याकुमारी से प्रोफेसर जोसफ डंस्टन एवं हैदराबाद से न्यूक्लियर वैज्ञानिक प्रोफेसर चैतन्यमोई गांगुली सहित जबलपुर से वाईस चांसलर लेफ्टिनेंट जनरल ए.के. मिश्रा एवं इक्फाई बिजनेस स्कूल देहरादून के डीन प्रोफ़ेसर आनंद बेथापुड़ी ने कार्यक्रम को संबोधित किया।कॉन्फ्रेंस में एनर्जी सिक्योरिटी एवम एनवायरनमेंट पर बोलते हुए डॉ चैतन्यामोई गांगुली ने एनर्जी सेक्टर की आवश्यकताओं एवं समस्याओं को रेखांकित किया।कार्यक्रम का संचालन पार्थ उपाध्याय ने किया।
कार्यक्रम में बतौर वक्ता कुलपति प्रोफेसर अजीत कुमार कर्नाटक, एच.एन.बी गढ़वाल मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर हेमचंद्र सहित दर्जनों प्रोफेसरों ने भी हिस्सा लिया। कार्यक्रम की मुख्य बात यह रही कि इसमें दस से अधिक विश्व विद्यालयों के कुलपतियों ने बतौर वक्ता हिस्सा लिया। कार्यक्रम के अंत में संस्थान के निदेशक डॉ सुशील कुमार सिंह एवं संस्था की प्रोग्राम डायरेक्टर श्रीमती गीता नेगी सिंह के द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में अवॉर्ड प्रदान किये गए।