देहरादून: कोरोना से जूझते आम आदमी को महंगाई का करंट लग गया है। पेट्रोलियम पदार्थों और खान-पान की चीज़ों के महंगा होने से देश में खुदरा महंगाई छह महीने के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है। अप्रैल में Consumer Price Index- CPI आधारित रिटेल महंगाई दर 4.23 फीसदी थी जो मई में बढ़कर 6.3 फीसदी रही।
मई में खान-पान की चीज़ें 5.01 फीसदी महंगी हो गई जो अप्रैल में 2.02 फीसदी रही थी। मई में खाद्य तेल क़ीमतों में 31 फीसदी तक आग लगने से महंगाई दर छह महीने के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई।
Whole Price Index यानी थोक महंगाई दर में लगातार पाँचवें महीने मई में भी बढ़ोतरी रिकॉर्ड की गई। थोक महंगाई दर मई में 12.94 फीसदी पर पहुंच गई है जो पिछले साल मई में -3.37 फ़ीसदी थी। कच्चे तेल और मिनरल ऑयल के चलते थोक महँगाई दर बढ़ी है।
जानिए किस-किस चीज़ में लगी महंगाई की आग और बिगड़ा घर का बजट?
मई में अंडे 15.15 फ़ीसदी महँगे हुए
ऑयल एंड फ़ैट : 30.84. फ़ीसदी महँगे
फल 12 फीसदी, दालें 9.39 फीसदी महँगी
मसाले 6.86 फीसदी, सॉफ्ट ड्रिंक्स 15.10 फीसदी महँगे
कपड़े, फुटवेयर 5.32 फीसदी व पान, तंबाकू 10.03 फीसदी महँगे
फ़्यूल एंड लाइट 11.58 फीसदी महँगे और ट्रांसपोर्ट व कम्यूनिकेशन 12.38 फीसदी महँगा हुआ।