दिल्ली: देश में दूसरी लहर पूरी तरह से खत्म नहीं हुई है क्योंकि केरल और पूर्वोतर के राज्यों में संक्रमण बढ़ा हुआ है। लेकिन अब तीसरी लहर का खतरा मँडराने लगा है। कई एक्सपर्ट्स तीसरी लहर की चेतावनी दे चुके हैं और सरकार अपने तरीके से इससे निपटने की तैयारियाँ कर रही। अब एक बार फिर कुछ एक्सपर्ट्स ने जल्द तीसरी लहर के आने की बात कही है। ताजा चेतावनी के तहत देश में अगस्त के मध्य में COVID केस बढ़ने लगेंगे और इसी के साथ तीसरी लहर की शुरुआत हो जाएगी। एक्सपर्ट्स रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इस दौरान हर दिन एक से डेढ़ लाख नए कोरोना मामले आ सकते हैं।
हैदराबाद और कानपुर IITs में मथुकुमल्ली विद्यासागर और मनिंद्र अग्रवाल के नेतृत्व में रिसर्चर्स के एक समूह द्वारा की गई स्टडी में भविष्यवाणी की गई है कि देश में अगस्त में कोविड मामलों में फिर बढ़ोत्तरी देखने को मिल सकती है। हालांकि, शोधकर्ताओं ने यह भी कहा है कि दूसरी लहर के मुकाबले यह कम खतरनाक हो सकती है। ज्ञात हो कि दूसरी लहर देश पर कहर बनकर टूटी थी और हर दिन कोरोना के 4 लाख से ऊपर मामले दर्ज हुए थे।
इसी प्रकार से ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में दावा किया गया कि भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) हैदराबाद और कानपुर के शोधकर्ताओं ने कहा है कि कोविड मामले अगस्त में बढ़ने की शुरुआत होगी और तीसरी लहर अक्टूबर में चरम पर होगी।
इससे पहले इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) में महामारी विज्ञान और संक्रामक रोगों के प्रमुख डॉ समीरन पांडा ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि अगर COVID-19 की तीसरी लहर आती है, तो यह अगस्त के अंत के आसपास किसी समय आएगी। डॉ पांडा ने कहा, ‘तीसरी लहर आ सकती है क्योंकि यह दूसरी लहर की तुलना में अपरिहार्य नहीं है। अगर तीसरी लहर होती है, तो यह अगस्त के अंत में किसी समय आएगी, यह अपरिहार्य नहीं है।’