दिल्ली: देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर का कहर अब थमता दिख रहा है। पिछले दिनों से दैनिक आंकड़े 60 से 70 हजार तक आ रहे हैं और मौत का आंकड़ा भी धीरे धीरे कम हो रहा है। लेकिन अब तीसरी लहर को लेकर मिल रही चेतावनी लोगों को डरा रही है। सबसे पहले भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के. विजय राघवन ने कोरोना की तीसरी लहर के आने की चेतावनी दी थी। हालाँकि 24 घंटे बाद उन्होंने कोविड एपरोप्रिएट बिहेवियर आदि से तीसरी लहर को टालने की बात भी कह दी थी।
अब एक्सपर्ट्स की तीसरी लहर आने के समय को लेकर अलग-अलग चेतावनी सामने आ रही हैं।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को अगले तीन से चार महीने में कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका जताई थी।
जबकि एम्स दिल्ली के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया ने कहा है कि तीसरी लहर छह से आठ हफ्ते में आ सकती है। डॉ गिलेरिया ने कहा कि तीसरी लहर के आसन्न संकट के कारण देश के सामने असल चुनौती विशाल जनसंख्या का वैक्सीनेशन करने की है।
वहीं, महाराष्ट्र कोविड टास्क फोर्स ने पिछले दिनों सीएम उद्धव ठाकरे की अध्यक्षता में हुई बैठक में अगले दो से चार हफ़्तों में राज्य में तीसरी लहर के दस्तक देने की आशंका जताई है।
जाहिर है तीसरी लहर कब आएगी इसे लेकर एक्सपर्ट्स के अलग अलग दावे सामने आ रहे हैं लेकिन अब जिस तरह से लॉकडाउन और कोविड कर्फ़्यू से अनलॉक की तरफ देश बढ़ रहा है, तब तीसरी लहर को लेकर आसन्न ख़तरे से निपटने की पुख़्ता तैयारी सरकार के स्तर पर तो होनी ही है आम नागरिकों को भी कोविड एपरोप्रिएट बिहेवियर का कड़ाई से पालन करते रहना होगा।