न्यूज़ 360

Paper Leak और रद्द परीक्षाओं के हल्ले में चर्चा में रहे UKPSC अध्यक्ष डॉ राकेश कुमार का महज डेढ़ साल में इस्तीफा, वजह?

Share now

7 जून को डॉ राकेश कुमार ने UKPSC अध्यक्ष पद से दे दिया था इस्तीफा

UKPSC Chairman Dr Rakesh Kumar resigned: पेपर लीक और परीक्षाओं के रद्द होने से मचते रहे हल्ले के बीच भर्ती परीक्षा कैलेंडर जारी करने सहित कई कदम उठाने वाले उत्तराखंड लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष डॉ राकेश कुमार ने इस्तीफा दे दिया है। डॉ राकेश कुमार द्वारा अपना छह साल का कार्यकाल होने के बावजूद महज डेढ़ साल के कार्यकाल में ही अचानक इस्तीफा देना उत्तराखंड पावर कॉरिडोर से लेकर अभ्यर्थियों और विभिन्न परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं में चर्चा का विषय बना हुआ है।

ईमानदार छवि के अफसर के रूप में पहचान रखने वाले डॉ राकेश कुमार का डेढ़ साल का कार्यकाल भले लगातार विवादों में रहा हो लेकिन भर्ती कैलेंडर जारी करने से लेकर उन्होंने आयोग में कई काम कर दिखाए।भर्ती कैलेंडर के जरिए आयोग ने बताया कि किस महीने में कौन से समूह ग की भर्ती निकलेगी और किस समय परीक्षा आदि होगी। लेकिन डॉ राकेश द्वारा बीच में ही पद छोड़ देने का असर चल रही भर्ती परीक्षा पर न पास जाए यह आशंका भी जताई जा रही है।

ज्ञात हो कि उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग UKSSSC की भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हुआ तो धामी सरकार ने समूह ग की 18 परीक्षाओं की जिम्मेदारी उत्तराखंड लोक सेवा आयोग को दी थी।

आयोग द्वारा अध्यक्ष पद से डॉ राकेश कुमार के इस्तीफे की वजह ये बताई गई है:

उत्तराखण्ड लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष डॉ० राकेश कुमार, पूर्व आई.ए.एस. द्वारा दिनांक 07 जून को अपने पद से त्यागपत्र दे दिया गया है, जिसे मा० राज्यपाल, उत्तराखण्ड द्वारा स्वीकार कर लिया गया है। इस संबंध में डॉ० राकेश कुमार द्वारा बताया गया है कि उनके द्वारा अध्यक्ष पद से त्याग-पत्र व्यक्तिगत कारणों से दिया गया हैं।

डॉ० कुमार द्वारा आयोग के अध्यक्ष के तौर पर 18 महीनों के इस कार्यकाल में किये गये कार्यों का उल्लेख करते हुए बताया कि उनके द्वारा दिनांक 24 दिसम्बर, 2021 को संवैधानिक संस्था – उत्तराखण्ड लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष पद का कार्यभार ग्रहण करने के पश्चात् अनेक महत्वपूर्ण एवं आवश्यक सुधार (Reforms) किये गये तथा विगत महीनों में उत्पन्न चुनौतियों का आयोग द्वारा टीमवर्क के आधार एक प्रभावी समाधान करते हुए कार्य पद्धति को एक सशक्त एवं सुव्यवस्थित मार्ग ( Strong & Well managed system) पर प्रशस्त किया गया, जिनमें प्रमुख रूप से हैं- जनहित में वार्षिक परीक्षा कलेण्डर जारी करना, जिनके अन्तर्गत वर्ष 2022 एवं 2023 में जारी परीक्षा • कलेण्डर के अनुसार रिकॉर्ड समयान्तर्गत 30 परीक्षाएं सफलतापूर्वक आयोजित की गई एवं उनके परीक्षा परिणाम जारी किये गये। इसी प्रकार राज्य के कार्मिकों को उनकी पदोन्नति का लाभ ससमय मिल सके।

, इसको ध्यान में रखते हुए डी.पी.सी. बैठकों का आयोजन सचिवालय देहरादून में किया जाना प्रारम्भ किया गया, जिसके परिणामस्वरूप रिकॉर्ड 110 डीपीसी सफलतापूर्वक सम्पन्न हुई तथा वर्तमान में डीपीसी की स्थिति जीरो पेण्डेंसी की हो गई है। साथ ही विभिन्न साक्षात्कार परीक्षाओं को और अधिक उत्कृष्टता, पारदर्शिता एवं निष्पक्षतापूर्वक सम्पन्न कराने हेतु अब अभ्यर्थियों को साक्षात्कार परीक्षा में कोड प्रणाली लागू की गई तथा अनुभवी एवं प्रतिष्ठित विषय विशेषज्ञों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए ई-पॉर्टल लाँच किया गया। विभिन्न विभागों में समान प्रकृति के पदों पर चयन के लिए सम्मिलित परीक्षा का आयोजन सुनिश्चित किया गया इससे जहां समय एवं श्रम की बचत होगी, वहीं शासकीय धन की बचत भी होगी। अभ्यर्थियों को चयन के अधिक से अधिक एवं निरन्तर अवसर उपलब्ध कराने के लिए परीक्षाओं को Election Mode में कराये जाने हेतु जमीनी स्तर पर काफी कार्य किया गया, जिसमें शासन एवं जनपद स्तर पर सभी अधिकारियों का भरपूर सहयोग मिला है। इसी प्रकार परीक्षाओं की शुचिता के दृष्टिगत समस्त गोपनीय अनुभागों को केन्द्रीकृत स्थल पर लाते हुए Double Layer Security Check सुनिश्चित किया गया है।

डॉ० कुमार द्वारा उत्तराखण्ड राज्य के मा० राज्यपाल महोदय एवं मा0 मुख्यमंत्री जी के प्रति विशेष आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उपर्युक्त उपलब्धियों को हासिल करने में उनका वांछित सहयोग एवं पूर्ण समर्थन मिला है तथा कार्य आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु मा० मुख्यमंत्री जी तथा शासन के विभिन्न अधिकारियों यथा मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव आदि से समय-समय पर आयोग द्वारा जो अपेक्षाएं की गईं, उनकी यथासमय पूर्ति हुई है, जिसके लिए उनके द्वारा सबके प्रति हार्दिक धन्यवाद प्रकट किया गया।

डॉ० कुमार द्वारा आयोग के मा० सदस्यगण, समस्त अधिकारियों एवं कार्मिकों का भी धन्यवाद प्रकट किया कि उनके द्वारा समग्र कार्य दायित्वों का निर्वहन कर आयोग को नये आयाम स्थापित करने में अपना महती योगदान दिया। उपर्युक्त सुधारात्मक प्रयासों के फलस्वरूप आयोग राज्य को उत्कृष्ट मानव संसाधन उपलब्ध कराने के अपने लक्ष्य की ओर अधिक दृढ़ता, अथक प्रयास एवं विश्वास के साथ आगे बढ़ रहा है।

Show More

The News Adda

The News अड्डा एक प्रयास है बिना किसी पूर्वाग्रह के बेबाक़ी से ख़बर को ख़बर की तरह कहने का आख़िर खबर जब किसी के लिये अचार और किसी के सामने लाचार बनती दिखे तब कोई तो अड्डा हो जहां से ख़बर का सही रास्ता भी दिखे और विमर्श का मज़बूत मंच भी मिले. आख़िर ख़बर ही जीवन है.

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!