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धामी सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप: उपनल कर्मचारियों का ज़बरदस्त धरना-प्रदर्शन, कहा- 56 दिन के आंदोलन को खत्म कराए आए थे दो-दो कैबिनेट मंत्री, अगली कैबिनेट में पक्ष में निर्णय नहीं तो करेंगे घेराव

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हल्द्वानी: शनिवार को उपनल कर्मचारी महासंघ के बैनर तले हल्द्वानी में कर्मचारियों ने मानदेय संशोधन सहित अन्य मांगों पर बनी कैबिनेट उप-समिति की रिपोर्ट पर धामी सरकार की कुंभकर्णी नींद तोड़ने को ज़ोरदार प्रदर्शन किया। महासंघ के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष विवेक भट्ट के नेतृत्व में कुमाऊं मंडल हल्द्वानी में समस्त कर्मचारियों द्वारा उपनल कर्मचारियों की अनदेखी और शोषण के खिलाफ जबरदस्त प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन को प्रदेश के कई सम्मानित जनप्रतिनिधियों द्वारा पूर्ण रूप से समर्थन भी दिया गया।

उपनल कर्मचारियों का आरोप है कि सरकार द्वारा हर कैबिनेट में उपनल कर्मचारियों के खिलाफ खेल खेला जा रहा है। कर्मचारियों द्वारा किए गए 56 दिन के आंदोलन को राज्य सरकार के दो प्रमुख कैबिनेट मंत्रियों द्वारा इस आश्वासन पर खत्म कराया गया था कि प्रथम कैबिनेट में ही उपनल कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान किया जाएगा। लेकिन अभी तक हुई कई कैबिनेट बैठकों में भी कोई समाधान नहीं निकाला गया है। इसे देखकर ऐसा लगता है कि धामी सरकार द्वारा उपनल कर्मचारियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।

इस समस्या को ध्यान में रखते हुए प्रदेश महामंत्री उपनल कर्मचारी महासंघ, हेमंत सिंह रावत द्वारा दुख प्रकट करते हुए राज्य सरकार को चुनौती दी गई है कि आगामी कैबिनेट बैठक में यदि उपनल कर्मचारियों के हित में कोई निर्णय नहीं लिया गया तो उपनल कर्मचारियों द्वारा विधानसभा में प्रदेशव्यापी धरना-प्रदर्शन-घेराव किया जाएगा जिसका संपूर्ण उत्तरदायित्व राज्य सरकार का होगा।


उक्त आंदोलन में अनेकों जनप्रतिनिधियों के साथ विवेक भट्ट, रवि विश्वकर्मा, कमलेश रावत, मनीष जोशी, प्रकाश जोशी, धर्मेंद्र भंडारी, संतोष कुमार, उमेश जोशी, बबली चमयाल और किरण रावत सहित अन्य उपनल कर्मचारियों उपस्थित रहे।

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