न्यूज़ 360

77 हजार करोड़ का बजट: युवा आक्रोश शांत करने से लेकर उत्कृष्ट उत्तराखंड @2025 के लिए नमो विजन पर चलने को तैयार धामी सरकार, विकास की सरपट दौड़ के रास्ते में ये रोड ब्लॉक

Share now

Uttarakhand Budget 2023-24: उत्तराखंड के वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए राज्य का 77407.08 करोड़ रु बजट पेश किया। गैरसैंण में चल रहे विधानसभा के बजट सत्र के तीसरे दिन यानी आज बुधवार को पेश हुए वार्षिक बजट के जरिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री के नमो विजन पर चलते हुए अगले दो सालों में उत्तराखंड कैसे देश के सर्वश्रेष्ठ राज्यों में शुमार हो इसका खाका खींचने की कोशिश की है।

हालांकि विकास के रोडमैप और तमाम योजनाओं के बावजूद बढ़ता नॉन प्लान expenditure और आय के अपने संसाधनों का संकट इस साल भी धामी सरकार की कठिन परीक्षा लेगा। यह साल लोकसभा चुनाव के लिहाज से बेहद अहम है क्योंकि इस साल के आखिर में लोकसभा चुनाव की रणभेरी बजती सुनाई दे सकती है। जाहिर है इस लिहाज से भी राज्य सरकार को जनता को खुश रखने के लिए अतिरिक्त मेहनत की दरकार रहने वाली है। बजट में इसका भी ख्याल रखा गया है।

जान लीजिए भराड़ीसैंण स्थित विधान भवन में राज्य के वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा प्रस्तुत 77407.84 करोड़ के वार्षिक बजट की खास बातें

बजट में रोजगार, निवेश और टूरिज्म सेक्टर में दिखा धामी सरकार का खास फोकस

भर्ती भ्रष्टाचार और पेपर लीक कांड की सीबीआई जांच की मांग का सामना कर रही धामी सरकार ने अपने वार्षिक बजट के जरिए बेरोजगार युवाओं को लुभाने की मंशा से यूथ को तवज्जो देने वाली कई घोषणाएं की हैं। मसलन,

लोक सेवा आयोग की तैयारी करने के लिए प्रतियोगियों को 50 हजार रुपए मिलेंगे।
उत्तराखंड का युवा नौकरी करेगा नहीं बल्कि रोजगार देने वाला बनेगा, इसी नमो मंत्र पर चलेगी धामी सरकार।
स्वरोजगार स्कीम के लिए 40 करोड़ का प्रावधान।
मुख्यमंत्री प्रतिभा प्रोत्साहन के लिए 11 करोड़ रु का प्रावधान किया गया।
भर्ती भ्रष्टाचार पर प्रहार को सख्त नकल विरोधी कानून लाया गया।
एनसीसी कैडेट्स का भत्ता बढ़ाया गया। 15 रुपये प्रति प्लेट से बढ़ाकर अब भत्ता 45 रुपये प्रति प्‍लेट करने का प्रावधान।
बैकवर्ड तबके की छात्राओं के वजीफे के लिए एक करोड़ 90 लाख का प्रावधान।
बालिका साइकिल स्कीम के लिए 15 करोड़ का प्रावधान।
उत्तराखंड @ 2025 देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बने उस दिशा में हो रहा काम।
बजट में वीरता पुरस्कार विजेताओं के लिए निशुल्क यात्रा का प्रावधान।

बजट 2023 में उच्च शिक्षा छात्रवृत्ति को 10 करोड़ दिया जाएगा।
नवंबर में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का मानदेय बढ़ाने का प्रावधान।
सौर ऊर्जा को बढ़ावा दिया जाएगा।
राज्‍य सरकार द्वारा जी20 आयोजन के लिए 100 करोड़ का प्रावधान किया जाएगा।

अनुसूचित जाति के छात्रों को बुक्स फ्री मिलेंगी।
जोशीमठ भू धंसाव क्षेत्र के लिए 1000 करोड़ का प्रावधान।
स्वरोजगार, शिक्षा, कनेक्टिविटी, हेली कनेक्टिविटी, सौर ऊर्जा, यूथ, कृषि, किसान, टूरिज्म पर धामी सरकार के बजट का फोकस।

मैनपावर को स्किल्ड करने से लेकर अन्य में निवेश पर रहेगा फोकस।
अंतिम कतार में खड़े व्यक्ति के विकास के लिए नमो विजन पर चलेगी धामी सरकार।
राज्य का हेल्थ सेक्टर होगा कोर फोकस सेक्टर।
पूंजीगत व्यय में सार्वजनिक संपत्ति का संवर्धन एवं संरक्षण।
इकोलॉजी और इकोनॉमी में बनेगा संतुलन।
निर्बाध और सुरक्षित संयोजकता।

बजट में दिखी धामी सरकार के सामने ये चुनौतियां

उत्तराखंड सरकार के बजट का एक बड़ा हिस्सा नॉन प्लान यानी विकास योजनाओं के इतर वेतन, भत्तों, पेंशन और कर्ज की ब्याज देनदारियों में खर्च जी रहा है जिसके मुकाबले आमदनी नहीं बढ़ पा रही है।
मान लीजिए अगर बजट राशि 100 रुपए है तो अब उसमें से एक चौथाई यानी करीब 25 रु (24.98 प्रतिशत) वेतन, भत्ते, मजदूरी आदि के ऊपर खर्च हो रहे हैं।

जबकि इसी 100 रु में से करीब सवा 6 रु (6.24 प्रतिशत) सहायक अनुदान, अंशदान, राज सहायता आदि पर खर्च हो जाता है।

वहीं बजट के इन्हीं 100 रु में राज्य सरकार द्वारा अब तक लिए गए कर्ज का ब्याज चुकाने पर करीब 8 रु (7.96 प्रतिशत) खर्च हो जाता है।

जबकि इसी 100 रु के बजट में से पेंशन/आनुतोषित मद में करीब 10 रु (9.81 प्रतिशत) कर हो जाते हैं।
यानी 100 रु की बजट राशि में से 25 रु वेतन और 10 रु पेंशन पर यानी कुल 35 रु यानी एक तिहाई से भी अधिक बजट इन्हीं में खर्च हो जाता है। जबकि अन्य खर्चों पर राज्य के बजट के 100 रुपए में से एक चौथाई से अधिक यानी 25रु (25.23 प्रतिशत) खर्च हो जाते हैं।

अब रही वृहद निर्माण कार्यों अथवा लघु निर्माण कार्यों की तो बजट के 100 रु में से मात्र साढ़े 10 रु (10.56 प्रतिशत) ही आपके लिए सड़क और अस्पताल, स्कूल और बिजली-पानी से लेकर विकास कार्यों पर खर्च करने के लिए बचते हैं।

जाहिर है बजट में से खर्च की यह तस्वीर राज्य के विकास और आर्थिक सेहत के लिए सुखद तो कतई नहीं कही जा सकती है। धामी सरकार के सामने असल चैलेंज यही है कि वह अपनी जेब ने हो चुके खर्चों के इस सुराख पर धीरे धीरे ही सही पैबंद लगाने का प्रयास करे और राज्य के खजाने को भरने के रास्ते बढ़ाने का प्रयास करे। उत्कृष्ट उत्तराखंड @ 2025 के सपने को साकार करने के लिए इतने प्रयास तो कम से कम करने ही होंगे।

Show More

The News Adda

The News अड्डा एक प्रयास है बिना किसी पूर्वाग्रह के बेबाक़ी से ख़बर को ख़बर की तरह कहने का आख़िर खबर जब किसी के लिये अचार और किसी के सामने लाचार बनती दिखे तब कोई तो अड्डा हो जहां से ख़बर का सही रास्ता भी दिखे और विमर्श का मज़बूत मंच भी मिले. आख़िर ख़बर ही जीवन है.

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!