देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा का पांच दिवसीय मानसून सत्र आज से शुरू हो जाएगा। चुनावी वर्ष है लिहाजा मानसून सत्र के ज़बरदस्त हंगामेदार रहने के पूरे आसार हैं। धामी सरकार जहां अनूपूरक बजट लेकर आएगी, वहीं दो सरकारी विधेयकों के साथ-साथ दो असरकारी विधेयक भी पेश किए जाएंगे।
विपक्ष के तरकश में देवस्थानम बोर्ड, कुंभ में कोविड जांच फर्जीवाड़ा, महंगाई, बेरोजगार, कार्मिकों से संबंधित मुद्दे नुकीले तीर की तरह सरकार पर चलाने को रहेंगे। जबकि चुनावी गियर में आ चुकी धामी सरकार भी विपक्ष के हर वार पर पलटवार करने की रणनीति बना चुकी है।
मानसून सत्र में मुद्दों की बरसात कैसे होने वाली है इसका अंदाज़ा इसी तथ्य से लगाया जा सकता है कि सत्ता पक्ष और विपक्ष के 19 विधायकों ने 788 सवाल लगाए हैं जिनका जवाब देते सरकार के पसीने छूटने तय हैं।
पहले दिन की एजेंडा
मानसून सत्र के पहले दिन दिवंगत विधायकों को सदन में श्रद्धांजलि दी जाएगी। चौथी विधानसभा की सदस्य और नेता प्रतिपक्ष रहीं डॉ इंदिरा ह्रदयेश और गंगोत्री विधायक गोपाल रावत सहित पूर्व मंत्री नरेन्द्र सिंह भंडारी, पूर्व केन्द्रीय राज्यमंत्री बची सिंह रावत, पूर्व विधायक अंबरीष कुमार, श्रीचंद और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि दी जाएगी।
कोविड प्रोटोकॉल का पालन जरूरी
मानसून सत्र के दौरान कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया गया है। विधायकों के बैठने के साथ सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। 40 विधायक विधानसभा मंडप और 30 विधायक प्रकाश पंत भवन स्थित कक्ष संख्या 107 में बैठेंगे। अधिकारी कक्ष संख्या 120 में बैठेंगे। 15 दिन पहले तक कोरोना टीके की दोनों डोज लगवा चुके मंत्री-विधायकों के लिए कोविड जांच रिपोर्ट निगेटिव से राहत होगी।
प्रसिद्ध पर्यावरणविद् सुंदरलाल बहुगुणा को दी जाएगी श्रद्धांजलि
विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने बताया है कि मानसून सत्र के पहले दिन सदन में प्रवेश करने से पहले सभी सदस्य सदन की गैलरी में विश्वप्रसिद्ध पर्यावरणविद् पद्मविभूषण सुंदरलाल बहुगुणा को श्रद्धॉंजलि अर्पित करेंगे। इस दौरान स्वर्गीय बहुगुणा के पुत्र और वरिष्ठ पत्रकार राजीव नयन बहुगुणा को सम्मानित भी किया जाएगा। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने यह भी बताया है कि उनके कार्यालय कक्ष में यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के चित्र पर भी पुष्पांजलि अर्पित की जाएगी।
पुष्कर सिंह धामी का बतौर मुख्यमंत्री यह पहला विधानसभा सत्र है। इसी तरह नए नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह पर भी सरकार की मजबूत घेराबंदी कर अपनी छाप छोड़ने की चुनौती रहेगी। जबकि नए संसदीय कार्य मंत्री के रूप में बंशीधर भगत के ऊपर भी सदन में सरकार का मजबूती से पक्ष रखने और फ्लोर मैनेजमेंट की बड़ी जिम्मेदारी होगी। क्योंकि यह भी माना जा रहा है कि वर्तमान सरकार का यह अंतिम सत्र हो सकता है, इसके बाद शीत सत्र की गुंजाइश कम ही दिख रही।
मीडिया कर्मियों के लिए प्रकाश पंत भवन के पार्किंग परिसर में वाटर प्रूफ टेंट की व्यवस्था की गई। जहां से सदन की कार्यवाही का लाइव प्रसारण देखा जा सकेगा।
कार्यमंत्रणा समिति में तय होगा आगे का एजेंडा
मानसून सत्र में आगे के दिनों में कार्य संचालन के लिए सोमवार को दोबारा से कार्यमंत्रणा समिति की बैठक होगी जिसमें सदन की कार्यवाही के लिए एजेंडा तय किया जाएगा।