हरिद्वार: हरिद्वार की राजनीति में एक जमाने में खासा दख़ल रखने वाले आर्य परिवार अब आए दिन बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ यानी RSS की नाक कटाई करा रहा है। पहाड़ की 19 वर्षीय बेटी अंकिता भंडारी के जघन्य हत्याकांड में पहले ही बीजेपी सरकार में रसूखदार राज्यमंत्री रहे विनोद आर्य का छोटा बेटा पुलकित आर्य जेल में बंद है। अब नाक कटाने वाला दूसरा कांड करने का शर्मनाक आरोप लगा है खुद बाप विनोद आर्य पर।
एक जमाने में बीजेपी संघ में जिसकी तूती बोलती थी उस विनोद आर्य पर उनके ही एक नौकर ने न केवल कुकर्म करने की कोशिश का गंभीर आरोप लगाया है बल्कि एक्सीडेंट कराकर मारने का भी आरोप लगाया है। हरिद्वार की ज्वालापुर पुलिस ने पूर्व राज्यमंत्री विनोद आर्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
बीते मंगलवार को बीजेपी के नेता रहे विनोद आर्य के खिलाफ एक नौकर,जो उनका ड्राइवर बताया जा रहा, ने ज्वालापुर कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई है। नौकर का आरोप है कि विनोद आर्य उसे रात में बुलाकर मालिश और पैर दबाने के लिए कहते थे और इसी दौरान वह अश्लील हरकतें करने लग जाता था। कुछ दिन पहले ऐसी ही किसी रात जब नौकर विनोद आर्य के पैर दबा रहा था और मालिश कर रहा रहा था तब उसके साथ कुकर्म करने का प्रयास किया। इसके बाद वह घबराकर सहारनपुर (यूपी) स्थित अपने गांव चला गया।
हत्या कराने के मकसद से एक्सीडेंट का आरोप भी
विनोद आर्य के इस नौकर ने यह भी आरोप लगाया है कि जब वह मोटरसाइकिल से घर का सामान लेने निकला तो तीन बाइक सवार लोगों ने उसको टक्कर मार दी जिससे उसका सिर फट गया और हाथ टूट गया। इसके बाद उसने थाना फतेहपुर में तहरीर देते हुए विनोद आर्य पर जान से मारने को नीयत से एक्सीडेंट कराने का शक जताया ही। इस पर कार्रवाई नहीं होने पर नौकर ने कोर्ट में भी शरण ली है जिसके बाद कोर्ट ने इस मामले में सख्त जांच के आदेश दिए हैं।
हालांकि विनोद आर्य ने एफआईआर के बारे में जानकारी होने से इनके करते हुए कुकर्म करने के प्रयास के आरोप पर कहा है कि नौकर उनको ब्लैकमेल करना चाह रहा है। जाहिर है असल सच्चाई जांच के बाद ही सामने आएगी लेकिन कुकर्म जैसा शर्मनाक आरोप लगने के बाद एक बार फिर आर्य परिवार के चलते विपक्ष बीजेपी पर हमलावर हो चुका है।
कुछ समय पहले तक बीजेपी और संघ में बड़ा रसूख रखने वाले विनोद आर्य और धामी सरकार में राज्यमंत्री बने बैठे उनके दूसरे पुत्र अंकित आर्य को निष्कासित कर सत्ताधारी बीजेपी ने अपना पिंड छुड़ाने की कोशिश जरूर कर ली थी लेकिन आर्य परिवार का राजनीतिक अतीत पार्टी का पीछा नहीं छोड़ रहा है। पिता-पुत्र यानी विनोद आर्य और पुलकित आर्य के नित नए कुकृत्यों और कांडों से बीजेपी असहज महसूस कर रही है।
दरअसल, पेशे से बीडीएस डॉक्टर रहे विनोद आर्य ने बीजेपी और संघ में अपने रसूख के दम पर खूब माल बनाया है और पहले बीजेपी सरकार में खुद और फिर धामी सरकार में अपने बड़े बेटे अंकित आर्य को उत्तराखंड अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) आयोग का उपाध्यक्ष बनवाकर राज्यमंत्री दर्जा दिला अपने इसी दबदबे का अहसास कराया था। विनोद आर्य खुद राज्यमंत्री के दर्जे के साथ उत्तराखंड माटी बोर्ड के अध्यक्ष का जिम्मा संभाल चुके हैं लेकिन उनके कांडों की चर्चा और कुकर्म के संगीन आरोप बताने के लिए काफी हैं कि नवोदित पर्वतीय राज्य उत्तराखंड की माटी की कितनी सेवा या बदनामी उन्होंने कराई है।
आप भूले नहीं होंगे इसी विनोद आर्य का ये “मासूम” बेटा पुलकित आर्य कोरोना लॉकडाउन काल में जब सब लोग घरों में कैद थे और महामारी संक्रमण चरम पर था तब बिना पास उत्तराखंड सरकार के सरकारी चिन्ह लगी बाप की गाड़ी लेकर चमोली जिले की उर्गम घाटी पहुंच गया था।
सवाल है कि आखिर विनोद आर्य और अंकिता भंडारी हत्याकांड के मुख्य आरोपी उनके बेटे पुलकित आर्य इतनी दबंगई और हनक कहां से लेकर आते हैं। जाहिर है इसका कारण विनोद आर्य के फेसबुक पेज से दिख जाता है,जहां वे उत्तराखंड बीजेपी से लेकर संघ के एक से बढ़कर एक नेता के साथ गलबहियां करते और बगलगीर बने नजर आते हैं। ये सभी तस्वीरें पब्लिक डोमेन में हर तरफ पड़ी हुई हैं।
ऐसे में अंकिता भंडारी हत्याकांड केस में वीआईपी का अब तक खुलासा न हो पाना संदेह और सवाल खड़े जरूर करता है। उम्मीद की जानी चाहिए कि युवा सीएम धामी ऐसे तमाम सवालों की गंभीरता को समझते हुए इस आर्य परिवार को उनके कृत्यों की सजा दिलाने का दमखम अंत तक दिखाते रहेंगे!
सवाल है कि क्या हरिद्वार पुलिस आर्य के ड्राइवर रोहन कांबोज, जो महज तीन हफ्ते पहले ही उनसे जुड़ा था, द्वारा लगाए कुकर्म करने के प्रयास के संगीन मामले में दूध का दूध और पानी का पानी करेगी, बिना विनोद आर्य के राजनीतिक रसूख और दबदबे से खौफ खाए?
बिग ब्रेकिंग हरिद्वार:– अंकिता हत्याकांड के आरोपी पुलकित आर्य के पूर्व राज्यमंत्री पिता डॉ विनोद आर्य पर लगे गंभीर आरोप।
अपने ही चालक रोहन कांबोज निवासी छुटमलपुर ने लगाया दुष्कर्म के प्रयास का गंभीर आरोप।
शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी,पीड़ित का आरोप दो दिन पहले सड़क दुर्घटना में मरवाने का किया प्रयास।
कोतवाली ज्वालापुर पुलिस ने तहरीर के आधार पर गंभीर धाराओं में मुकदमा किया दर्ज।
मुकदमा अपराध संख्या 742/2022 धारा 377,511,307,323,504,506 आईपीसी पंजीकृत किया गया। इसकी विवेचना उपनिरीक्षक सुधांशु कौशिक द्वारा की जा रही है।