न्यूज़ 360

घटिया डामरीकरण के चलते नई बनी सड़कें चंद दिनों में उखड़ने लगी, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य का आरोप, धामी राज में भ्रष्ट अधिकारी ठेकेदारों से सांठ-गांठ कर पैसे की कर रहे बंदरबांट

Share now

देहरादून: नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने धामी सरकार पर हमलावर होते कहा है कि सम्पूर्ण प्रदेश में सड़क निर्माण (डामरीकरण) के नाम पर विभागों के द्वारा सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है। करोड़ों की लागत से बनी सड़कें घटिया निर्माण और गुणवत्ताहीन होने के चलते चंद महीनों में ही दम तोड़ रही हैं। आर्य ने कहा कि आवागमन की सुलभ सुविधा उपलब्ध कराने के नाम पर प्रशासनिक अमला ठेकेदारों के साथ सांठगांठ करके सड़क निर्माण को सजावट की तरह परोस रहे हैं |

यशपाल आर्य ने आरोप लगाया कि एक तरफ सड़क बन रही तो दूसरी तरफ से उखड़ने लग रही हैं लेकिन घटिया गुणवत्ता के कारण डामरीकरण की शिकायत करने पर उक्त स्थानों पर टल्ले लगा कर लीपापोती की जा रही है। कई स्थानों पर एक इंच से भी कम परत चढ़ाई गई है। आर्य ने आरोप लगाया कि कुछ स्थानों को बिना सोलिंग और सफाई के छोड़ दिया गया है। सड़क पर चलते समय पैर की ठोकर लगने से ही डामर उखड़ रहा है। जगह जगह ग्रामीण घटिया निर्माण कार्य के लिए आंदोलन कर रहे है लेकिन सरकार, प्रशासन और विभागीय अधिकारी चुप्पी साधे है।अधिकारियों की मिलीभगत और सरकार और विभाग की चुप्पी से बनाई जा रही सड़कों में व्यापक भ्रष्टाचार हो रहा है।

कांग्रेस नेता ने कहा कि करोड़ों रुपये से बनने वाली यह सड़कें भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रही है और शासकीय राशि की जमकर बंदरबाट की जा रहा है। उन्होंने कहा कि शिकायतों के बाद भी ठेकेदारों और उन्हें संरक्षण देने वाले अधिकारियों पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं हो रही।आर्य ने कहा कि कांग्रेस इस मुद्दे पर चुप नहीं बैठने वाली है और इस मुद्दे को आने वाले विधानसभा सत्र में पुरजोर तरीके से उठाएगी।

यशपाल आर्य ने घटिया डामरीकरण और टूटती सड़कों को लेकर अखबारों में छपी खबरों को सोशल मीडिया में साझा करते हुए धामी सरकार के चमचमाती सड़कों के दावे की हवा निकालने की कोशिश की है।

Show More

The News Adda

The News अड्डा एक प्रयास है बिना किसी पूर्वाग्रह के बेबाक़ी से ख़बर को ख़बर की तरह कहने का आख़िर खबर जब किसी के लिये अचार और किसी के सामने लाचार बनती दिखे तब कोई तो अड्डा हो जहां से ख़बर का सही रास्ता भी दिखे और विमर्श का मज़बूत मंच भी मिले. आख़िर ख़बर ही जीवन है.

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!