देहरादून-
उत्तराखंड में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए सीएम तीरथ रावत ने अब मंत्रियों को मैदान में उतरने का मैसेज दे दिया है. कोरोना की दूसरी लहर तांडव मचा रही है और ‘द न्यूज अड्डा’ की तरह आपने भी महसूस किया होगा कि आखिर न तो सूबे में एक अदद स्वास्थ्य मंत्री है, ऊपर से तीरथ कैबिनेट के मंत्री भी घरों में दुबक कर बैठे हैं. बुधवार को हमने इस मुद्दे पर पहले ये https://rosybrown-gaur-543768.hostingersite.com/?p=38046 खबर प्रकाशित की और फिर इसी मुहिम को आगे बढ़ाते हुए ये https://youtu.be/6cJiCfcSaes डिबेट भी प्रसारित की.
खबर खरी थी और मुख्यमंत्री ने हालात की गंभीरता समझकर अब मंत्रियों को जिलों में कोविड जंग में उतरने की ये ज़िम्मेदारी सौंप दी है.
मुख्यमंत्री तीरथ ने पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज को हरिद्वार जिले का ज़िम्मा सौंपा है, वन मंत्री डॉ हरक सिंह रावत को पौड़ी एवं रुद्रप्रयाग जिले दिए गए हैं. जबकि कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत नैनीताल, कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य जी उधमसिंह नगर और कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल टिहरी जिले में कोरोना जंग को लेकर ज़िम्मेदारी संभालेंगे. वहीं कैबिनेट मंत्री बिशन सिंह चुफाल बागेश्वर और पिथौरागढ़ जबकि कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी देहरादून तथा कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडे जी को चंपावत जिले में कोविड रोकथाम को लेकर मॉनिटरिंग करेंगे. राज्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत को चमोली, राज्यमंत्री रेखा आर्य को अल्मोड़ा एवं राज्यमंत्री स्वामी यतीश्वरानंद को उत्तरकाशी जिले की जिम्मेदारी सौंपी गई है.
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने सभी मंत्रियों से ये अपेक्षा की है कि वे तत्काल अपने-अपने जिलों की जिम्मेदारी लेते हुए, सम्बंधित जिलाधिकारियों के साथ सरकार की तरफ से समन्वय बनाएं और कोविड 19 की रोकथाम से संबंधित हर संभव कदम उठायें.
जाहिर है कोरोना के चलते अभूतपूर्व संकट न सिर्फ सरकार और सिस्टम के सामने हैं बल्कि पूरी मानवता के लिए गंभीर खतरा पैदा हो चुका है. ऐसे में सीएम तीरथ रावत की तमाम कोशिशों के बावजूद मैसेज ये जा रहा था कि अफ़सरशाही पर नये मुख्यमंत्री की निर्भरता भी अपने पूर्ववर्ती जैसी है बनती जा रही है. उलटे मंत्रियों को भी ये कहने का बहाना मिला हुआ था कि सारी पॉवर सीएम और अफसरों तक महदूद है इसलिए हम निजी प्रयासों से अपने क्षेत्रों में जितनी मदद हो पा रही उतनी कर रहे. अब सीएम ने जिलों के ज़िम्मा देकर मैसेज दे दिया है कि कोरोना के खिलाफ जंग में मंत्रियों को भी मोर्चे पर उतरना होगा.