देहरादून: प्रदेश में जिस रफ़्तार से कोरोना केस और मौत का आंकड़ा बढ़ रहा इससे कार्मिक वर्ग में भय का माहौल बनता जा रहा है. आज उत्तराखंड सचिवालय संघ ने प्रदेश सरकार से कोरोना संक्रमण रोकने के लिए 15 दिन का संपूर्ण लॉकडाउन लगाने की मांग की है. सचिवालय संघ के अध्यक्ष दीपक जोशी ने कहा है कि कोविड कर्फ़्यू और दूसरे उपायों के बावजूद न केवल दिन-प्रतिदिन कोरोना के मामले बढ़ रहे बल्कि मृत्युदर में होता इज़ाफ़ा भी कार्मिकों और उनके आश्रितों में भय का माहौल पैदा कर रही है. दीपक जोशी ने कहा कि सरकार से मांग करते हैं कि वर्तमान परिस्थियाँ बहुत विकट हो चुकी हैं और ऐसे हालात में हमने अपने कई सहयोगी और आश्रित खोए हैं. संघ ने कहा कि सरकार को समस्त ऑफिस बंद करते वर्क फ़्रॉम होम सिद्धांत अपनाकर शासकीय कार्य कराने चाहिए. जोशी ने कहा कि कर्मचारी सरकार के साथ इस महामारी में डटकर खड़ा है लेकिन संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए अधिक से अधिक सोशल डिस्टेंसिग प्रोटोकॉल का पालन जरूरी है जिसके लिए समस्त बाज़ारों की आवाजाही रोकने और ऑफिस की बजाय वर्क फ़्रॉम होम अपनाना समय की मांग है.
दरअसल उत्तराखंड में कोविड कर्फ़्यू और आंशिक लॉकडाउन के तमाम प्रयासों के बावजूद दिन-प्रतिदिन कोरोना मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. मंगलवार को राज्य में कोरोना मामलों के सारे रिकॉर्ड टूट गए. राज्य में 7028 नए संक्रमित मरीजों की पुष्टि जबकि 85 लोगों की मौत हो गई. राज्य में फिलहाल 56,627 एक्टिव केस हो चुके हैं और अब तक कोरोना से 3015 मौत हुई हैं. आज सबसे ज्यादा 2789 कोरोना मरीज देहरादून में मिले जबकि ऊधमसिंह नगर में 833, नैनीताल में 819 मरीजों की पुष्टि हुई. हरिद्वार में 657, पौड़ी में 513, पिथौरागढ़ में 231, बागेश्वर में 215, टिहरी में 200, अल्मोड़ा में 170, चंपावत में 163, उत्तरकाशी में 153, चमोली में 150 और रुद्रप्रयाग में 135 नए कोरोना मरीज मिले.