दिल्ली-
कोरोना के कहर के बीच देश की शीर्ष अदालत से लेकर राज्यों के हाईकोर्ट कोविड व्यवस्थाओं संबंधी कई याचिकाओं पर सुनवाई कर रहे हैं. अब सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई है जिसमें दावा किया गया है कि वैक्सीनेशन अभियान में 32 हजार करोड़ रु कि घोटाला हो गया है.
वकील दीपक आनंद द्वारा दाखिल याचिका में मोदी सरकार की नीतियों पर सवाल खड़े किए गए हैं. योचिकाकर्ता ने कहा है कि पश्चिमी देशों में तैयार वैक्सीन की लागत और क़ीमत 150-200 रु से ज्यादा नहीं है, लेकिन देश में कोरोना वैक्सीन 600 रु तक मिल रही है. याचिका में कहा गया है कि एक मई से तीसरे फ़ेज़ में 18-45 आयुवर्ग के लोगों को भी वैक्सीन लगेगी जिसके चलते क़ीमतें और बढ़ गई हैं. एक आकलन के मुताबिक़ 80. करोड़ लोगों को वैक्सीन लगनी है और अगर वैक्सीन का हिसाब लगाएँ तो 32 हजार करोड़ रु ता घोटाला नजर आता है.