

Dehradun News: रविवार (30 जुलाई) को उत्तराखंड बेरोजगार संघ के एकता विहार स्थित धरना स्थल पर उत्तराखंड में विभिन्न परीक्षाओं में हुई धांधली की सीबीआई जांच की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन के 150 दिवस पूर्ण होने के मौके पर एक प्रेस वार्ता आयोजित की गई। प्रेस वार्ता में पत्रकारों को संबोधित करते हुए उत्तराखंड बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पूर्व में कहा था कि जब उत्तराखंड लोक सेवा आयोग और उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा परीक्षाएं पूर्ण हो जाएंगी तो उत्तराखंड में पूर्व में धांधली की भेंट चढ़ी भर्ती परीक्षाओं की सीबीआई जांच कराई जाएगी। बॉबी पंवार ने कहा कि इससे उलट 150 दिन से बेरोजगार संघ के नेतृत्व में युवा एकता विहार जैसे दुरूह स्थान पर धरने पर बैठे हैं, मगर राज्य सरकार सीबीआई जांच से बच रही है क्योंकि सरकार इसमें स्वयं संलिप्त है।
बॉबी पंवार ने राजकीय पॉलिटेक्निक विद्यालयों में आउटसोर्सिंग एजेंसी से नियुक्तियां कराने पर भी सवाल उठाए। बॉबी पंवार ने कहा कि एक बिल्डिंग निर्माण कंपनी को पॉलीटेक्निक विद्यालयों में प्रवक्ता एवं अन्य पदों पर नियुक्ति का ठेका दे दिया गया है। जबकि लम्बे समय से पॉलिटेक्निक विद्यालयों में स्थाई नियुक्तियां नहीं हो पाई हैं और अब सरकार बिल्डिंग निर्माण कम्पनी से नियुक्तियां करा रही है।
बेरोजगार संघ के अध्यक्ष पंवार ने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि उत्तराखण्ड चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड द्वारा जिन चिकित्साधिकारी (आयुर्वेद एवं यूनानी) जिसका ग्रेड पे 5400 है, उस पर भी बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार हुआ है। उन्होंने कहा कि लिखित परीक्षा में 70-80 प्रतिशत अंक लाने के बावजूद भी कुछ अभ्यर्थियों का चयन नहीं हो पाया है, वहीं सरकार में मंत्री पद पर रहे एक भाजपा नेता की पुत्री के मात्र 13.25 अंक एवं कुछ अन्य अभ्यर्थियों के 4-6 प्रतिशत अंक लाने पर भी अंतिम चयन किया गया है।
बॉबी पंवार ने कहा कि उपर्युक्त विभाग स्वयं मुख्यमंत्री के पास है और उनके स्वयं के विभाग में जब ये हाल है तो अन्य विभागों के क्या हालात होंगे, सहज अंदाज लगाया जा सकता है। बॉबी पंवार ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने एक कर्मचारी की पत्नी के पत्र पर उनके पति को 5400 के ग्रेड पर नियुक्ति दी थी। जब बेरोजगार संघ ने इस मामले को उजागर किया तो संघ को आश्वासन दिया गया कि उन्हें हटाया जाएगा मगर ऐसा हुआ नहीं, बल्कि उन्हें एक साल का और सेवा विस्तार दे दिया गया।
वहीं मुख्यमंत्री के संयुक्त सचिव संजय टोलिया को मानक के विपरीत जनजातीय निदेशक के पद पर नियुक्त किया गया है। बॉबी पंवार ने कहा कि बेरोजगार संघ द्वारा जब मामले को उजागर किया गया तो उनको भी हटाने का आश्वासन दिया गया लेकिन मुख्यमंत्री के करीबी होने के कारण अभी तक वह पद पर बने हुए हैं।
बॉबी पंवार ने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार पांच सितारा होटल “हयात रिजेंसी” में जनता का पैसा ठिकाने लगाने के लिए स्वास्थ्य चिंतन शिविर आयोजित कर वाहवाही लूटने का कार्य करती है, वहीं कोरोना काल में सेवाएं देने वाले युवाओं को अब एकता विहार में धरना देने के लिए मजबूर कर दिया गया है।
बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार ने कहा,” हम 150 दिनों से एकता विहार में परीक्षाओं में हुई धांधली की सीबीआई जांच की मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं और आगे भी बैठे रहेंगे। उन्होंने कहा कि अगर सरकार की नीयत साफ है और धांधली में उसकी संलिप्तता नहीं है तो सरकार अपने वादे के अनुकूल तत्काल सीबीआई जांच की सिफारिश करें और उत्तराखंड में भ्रष्टाचार में संलिप्त अधिकारियों और सफेदपोशों को सलाखों के पीछे भेजने का साहस जुटाएं।

इस मौके पर उत्तराखंड बेरोजगार संघ के प्रवक्ता सुरेश सिंह, सह-संयोजक सुशील कैंतुरा , जनसंपर्क सचिव नितिन दत्त, मोहन कैंतुरा, सचिन गोहर, बिट्टू वर्मा, अखिल तोमर, जसपाल चौहान, विशाल, संजय चौहान आदि उपस्थित रहे।
