दिल्ली/ देहरादून: 22 बैटल में उत्तराखंड की सत्ता बचाने के लिए अब ड्राइविंग सीट पर मोर्चा खुद गृहमंत्री अमित शाह ने संभाल लिया है। दो दिन पहले मुख्यमंत्री घसियारी योजना लॉन्च करने देवभूमि दौरे पर देहरादून-हरिद्वार होकर गए शाह ने सोमवार शाम सीएम पुष्कर सिंह धामी और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मदन कौशिक को दिल्ली बुला लिया। रात्रि 9:30 बजे से अमित शाह के आवास पर शुरू हुई बैठक आपात मैराथन मंथन बैठक मध्य रात्रि 12 बजे तक चली और इसके बाद 12:30 बजे सीएम धामी स्टेट प्लेन से उड़कर रात्रि एक बजे जौलीग्रांट पहुंच गए।
शाह आवास पर हुई इस मैराथन बैठक में सीएम धामी, अध्यक्ष मदन कौशिक के अलावा उत्तराखंड के चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी, प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम, सह प्रभारी रेखा वर्मा और सरदार आरपी सिंह मौजूद रहे। जानकार सूत्रों ने खुलासा किया है कि इस हाई लेवल मैराथन बैठक में जहां उतराखंड के चुनावी दंगल पर रणनीति बनी, वहीं पीएम मोदी के पांच नवंबर के केदारनाथ दौरे और देवस्थानम बोर्ड को भंग कराने को लेकर फिर से जोर पकड़ते तीर्थ-पुरोहितों के विरोध-प्रदर्शन पर मंथन हुआ।
दरअसल, शाह ने देहरादून-हरिद्वार के अपने प्रवास के दौरान जो फीडबैक मिला उस पर राज्य के नेताओं से मंत्रणा की है और दिवाली के बाद नवंबर-दिसंबर में कैसे चुनाव अभियान को धार दी जाए तथा कांग्रेस की तरफ से मिल रही चुनौती का तैसे करारा जवाब दिया जाए इस पर रणनीति बनी है। साथ ही पीएम मोदी के केदारनाथ दौरे से कैसे भाजपा उत्तराखंड से लेकर यूपी तक बड़ा मैसेज दे इसकी पटकथा भी तैयार कर ली गई है।