हरिद्वार-
कोरोना की दूसरी लहर के कहर का असर अंतिम शाही स्नान पर भी दिखा. बेहद कम संख्या में संत गंगा स्नान करने पहुँचे. शाही स्नान में संतों ने मास्क पहनकर कोरोना से बचाव का मैसेज भी दिया. सबसे पहले पंचायती अखाड़ा निरंजनी के संत शाही स्नान के लिये पहुँचे. इसके बाद पंचदशनाम जूना अखाड़ा, पंच अग्नि, आह्वान अखाड़ा के संतों ने हरकी पैड़ी पर शाही स्नान किया.
इसके बाद बैरागियों का शाही स्नान शुरू हुआ. तीनों बैरागी अखाड़ों निर्माणी, दिगंबर और निर्मोही अखाड़ों ने स्नान किया. चैत्र पूर्णिमा के शाही स्नान में हरेक अखाड़े से 50-100 संतों को शामिल किया गया. कोरोना के बढ़ते कहर के चलते प्रधानमंत्री मोदी ने भी संतों से प्रतीकात्मक स्नान की अपील की थी.