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बंगाल हिंसा: अखाड़ा परिषद ने की पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग, मुसलमानों के लिए क्या कह गए नरेन्द्र गिरी!

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नरेंद्र गिरी अध्यक्ष अखाड़ा परिषद

हरिद्वार: अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी ने पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हुई हिंसा को लेकर एक वीडियो संदेश जारी किया है. नरेन्द्र गिरी ने आरोप लगाया है कि जिस तरह बंगाल में चुनाव संपन्न होने के तुरंत बाद ममता बनर्जी के आदेश पर हिंदुओं की बहन बेटियों के साथ दुर्व्यवहार हुआ है, उसकी संत समाज निंदा करता है. अखाड़ा परिषद अध्यक्ष नरेंद्र गिरी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में हुई घटना पर प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर धारा 356 के तहत पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग करेंगे. उन्होंने कहा कि राज्य की पुलिस ममता बनर्जी और उनकी पार्टी से मिली हुई है इसलिये तुरंत पश्चिम बंगाल को सेना के हवाले कर देना चाहिए.
अखाड़ा परिषद अध्यक्ष नरेंद्र गिरी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में हुई घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कठोर से कठोर कार्रवाई करनी चाहिए और पश्चिम बंगाल के मुसलमानों को अब समझ जाना चाहिए कि हिंदू भी चुप नहीं रहेगा. नरेन्द्र गिरी ने चेतावनी देते हुए कहा है कि हर क्रिया की प्रतिक्रिया होती है.
उन्होंने कहा कि अखाड़ों की स्थापना हिंदुओं और धर्म की रक्षा करने के लिए की गई थी.
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि अगर इस तरह से पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी शासन चलाएंगी तो मुझे नहीं लगता कि 5 साल तक कोई भी हिंदू पश्चिम बंगाल में बचेगा। वहीं उन्होंने शायर मुनव्वर राणा पर भी टिप्पणी करते हुए कहा कि अब उन लोगों को हिंदुओं के साथ हुई घटना नहीं दिखेगी, इन्हें सिर्फ और सिर्फ अपनी कौम से जुड़े लोगों का दर्द ही दिखता है.
सवाल है कि आखिर अखाड़ा परिषद अध्यक्ष नरेन्द्र गिरी इतना जल्दी कैसे इस नतीजे पक पहुंच गए कि बंगाल में चुनाव पूर्व हिंसा ममता बनर्जी के आदेश पर कराई गई? ऐसे हालात में जब बंगाल टीएमसी-बीजेपी की हिंसक राजनीति का शिकार दिख रहा तब ऐसी बयानबाज़ी किसका भला करेगी!

रिपोर्ट: आशीष मिश्र, स्थानीय पत्रकार, हरिद्वार

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