चमोली: हेमकुंड साहिब के मुख्य पड़ाव घांघरिया के लोगों के लिए बड़ी राहत भरी खबर है। यहां वन विभाग बार-बार ग्रामीणों के द्वारा बनाए गए भवनों को अतिक्रमण मानकर हटाने की कोशिश कर रहा था। पिछले काफी वर्षों से ग्रामीणों और वन विभाग के बीच इस पूरे मामले को लेकर गतिरोध जारी था। लेकिन उत्तराखंड की तीरथ सरकार ने कैबिनेट में एक बड़ा फैसला लिया है। इस क्षेत्र को इको सेंसेटिव जोन से हटा दिया है जिससे लोगों को राहत मिली है।
इस खबर के बाद क्षेत्रीय विधायक महेंद्र भट ने भी उत्तराखंड सरकार का आभार जताया है। उन्होंने कहा है कि जोशीमठ के घांघरिया पुलना,भ्यूंडार,हेमकुंड में अस्थायी निवास करने वालो को सौगात मिली है। क्षेत्र को ईको सेंसेटिव क्षेत्र से अलग करने का प्रस्ताव राज्य कैबिनेट में पारित कर भारत सरकार को भेज गया है। उन्होंने मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत का आभार जताते हुए कहा कि इससे व्यवसाय करने वाले लोगों को राहत मिलेगी और हेमकुंड आने वाले तीर्थ यात्रियों को भी सुविधाएं मुहैया होगी।
रिपोर्ट: नितिन सेमवाल, स्थानीय पत्रकार, जोशीमठ