देहरादून: तीरथ सरकार ने एक लाख 23 हजार बारहवीं कक्षा के बच्चोें को बड़ी राहत दे दी है। राज्य के सवा लाख बच्चे अब बिना परीक्षा पास कर दिए जाएंगे। दरअसल, कोरोना से बने हालात के चलते सीबीएसई और आईएससी की बारहवीं बोर्ड परीक्षा मंगलवार को ही रद्द हो चुकी है. उसके तुरंत बाद उसी दिन हरियाणा सरकार ने भी बारहवीं बोर्ड परीक्षा रद्द कर दी थी और बुधवार को पहले गुजरात ने बोर्ड परीक्षा रद्द की और फिर मध्यप्रदेश ने भी परीक्षा न कराने का ऐलान कर दिया है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के फैसले का स्वागत करके संकेत दे दिए थे कि बारहवीं की परीक्षा अब राज्य में भी नहीं कराई जाएगी। The News अड्डा ने इन्हीं संकेतों और सरकारी सूत्रों के हवाले से मंगलवार को ही ये खबर आप तक पहुँचा दी थी।
वैसे भी जब प्रदेश में सीबीएसई के 1100 स्कूलों के 87 हज़ार बच्चों की परीक्षा रद्द हो चुकी थी, तब उसी हालात में उत्तराखंड बोर्ड की 12वीं के एक लाख 23 हज़ार से अधिक बच्चों की बिना टीकाकरण परीक्षा कराने का जोखिम सरकार क्यों मोल लेती। वैसे भी प्रधानमंत्री के ऐलान कि बच्चोें की सुरक्षा पहली प्राथमिकता है, उसके बाद सभी राज्यों के लिए संकेत साफ हो गए थे।
दरअसल, मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में सीबीएसई की बारहवीं की परीक्षा रद्द करने का फ़ैसला लिया गया। प्रधानमंत्री ने कहा कि बच्चोें के जीवन की रक्षा प्राथमिकता है। इसी फैसले की तर्ज पर काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफ़िकेट एग्जामिनेशन यानी CISCE ने भी ISC( Indian School Certificate) की बोर्ड परीक्षा रद्द करने का फ़ैसला किया।
माना जा रहा है कि बाकी बचे ज़्यादातर राज्य भी अगले एक से दो दिन में इसी लाइन का पालन करते दिखेंगे।