देहरादून: इंदिरा ह्रदयेश के निधन के बाद तीन हफ्ते से नए नेता प्रतिपक्ष चुनाव को लेकर हरदा वर्सेस प्रीतम कैम्प कलह में उलझी कांग्रेस को आखिरकार विपक्ष धर्म की याद आ ही गई है। सात जुलाई यानी आज कांग्रेस प्रदेशभर में बीजेपी सरकार के खिलाफ रोजगार और महंगाई जैसे मुद्दोें पर हल्ला बोलेगी।
कांग्रेस हल्लाबोल की अगुआई खुद प्रीतम सिंह करेंगे और पार्टी हर जिले में महंगाई, बेरोज़गारी, कुंभ टेस्टिंग घोटाला औप किसान बदहाली, महिला सुरक्षा जैसे मुद्दों पर सरकार को कटघरे में खड़ा करेगी। आज प्रदेश में जगह-जगह पुष्कर सिंह धामी सरकार का पुतला फूँका जाएगा और 10 जुलाई को मुख्यमंत्री आवास का घेराव होगा।
ऐसे समय जब बीजेपी को प्रदेश में राजनीतिक अस्थिरता को लेकर कटघरे मे खड़ा किया जाना चाहिए था जब कांग्रेस के दोनों दिग्गज हरीश रावत और प्रीतम सिंह दिल्ली में बैठकर नेता प्रतिपक्ष व प्रदेश अध्यक्ष को लेकर उलझते दिखे। सड़क पर उतरने की बजाय कांग्रेस नेता बयान और ट्विट से ही सरकार को कोस ले रहे।
जबकि 2022 के चुनाव को कुछ ही महीने बचे हैं और कांग्रेस सत्तापक्ष को कटघरे में खड़ा करने की बजाय अपने ही झगड़ों में उलझकर रह गई है। वरना महज 115 दिन में या कहिए चार महीने में तीन मुख्यमंत्री देने वाली सत्ताधारी पार्टी की सड़कों पर उतरकर घेराबंदी नहीं होनी चाहिए थी।