देहरादून: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के केदारनाथ दौरे को लेकर कांग्रेस और भाजपा में जंग थमती नहीं दिख रही है। उत्तराखंड कांग्रेस कैंपेन कमांडर और पूर्व सीएम हरीश रावत ने प्रधानमंत्री मोदी के बाबा केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह से पूजा-अर्चना के लाइव प्रसारण और उन क्षणों के फोटो खींचने को मुद्दा बनाते हुए इससे गर्भगृह की मर्यादा टूटने तथा देवस्थान को राजनीति का अखाड़ा बनाने का आरोप लगाया है। लेकिन हरदा के वार पर बचाव की बजाय भाजपा ने आक्रामक होकर पलटवार कर दिया है।
भाजपा ने हरदा पर जवाबी हमला करने के लिए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल का एक जून 2013 की आपदा के समय केदारनाथ मंदिर में एक निजी न्यूज चैनल के दिए इंटरव्यू में जूता पहने वीडियो जारी किया है। उत्तराखंड भाजपा के ट्विटर हेंडल से जारी इस वीडियो में दिखाया गया है कि आपदा के बाद तबाही का मंजर दिखाते संवाददाता को मंदिर के भीतर खड़े होकर जानकारी देते गणेश गोदियाल, जो उस समय बदरी केदार मंदिर समिति से संबंद्ध भी थे, जूते पहने हुए थे जबकि संवाददाता नंगे पाँव रिपोर्टिंग कर रहे थे। साथ ही भाजपा ने मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ का 29 अक्तूबर 2021 यानी हाल का ट्विट भी शेयर किया है जिसमें कमलनाथ गर्भगृह में पूजा-अर्चना करते फोटो में नजर आ रहे हैं।
पढ़िए हूबहू हरदा ने क्या लिखा
देश के आदरणीय #प्रधानमंत्री जी के केदारनाथ आगमन का मैंने स्वागत किया था। मगर अब मैं निराश हूंँ, क्योंकि उन्होंने उत्तराखंड व आपदा पीड़ित उत्तराखंड के लिए और केदार क्षेत्र के भविष्य की योजनाओं के विषय में कोई स्वीकृतियां नहीं दी, कोई धन देने की घोषणा नहीं की। उल्टा हमारी परंपराओं व मान्यताओं को रौंदकर के चले गये, बड़े-बड़े नेता आए, महामहिम राष्ट्रपति जी भी आये, इंदिरा गांधी जी भी आयी, राहुल जी पैदल चलकर के आये, मुख्यमंत्री तो आते रहे हैं, मैं मुख्यमंत्री के तौर पर कई बार केदारनाथ गया, हर बार गर्भगृह में भगवान #केदारनाथ जी के सामने ध्यानस्थ भी रहा, लेकिन हमको उस क्षण की फोटो खींचने और LIVE प्रसारित करने की हिम्मत नहीं आयी। रावल जी और केदारनाथ मंदिर समिति ने जो लक्ष्मण रेखा खींची थी, हमने हमेशा उसका आदर किया, सबने उसका आदर किया। लेकिन इस बार गर्भगृह से प्रधानमंत्री जी ने अपने को LIVE प्रसारित करवाया, फेसबुक लाइव व आज तक और दूसरे चैनलों में यह सब कुछ टेलीकास्ट हुआ। मंदिर के प्रांगण से राजनैतिक उद्देश्य को लेकर भाषण किया गया और उसको सरकारी संचार माध्यमों से प्रसारित किया गया। अब मैं अपने उन साथियों की सलाह के लिए उनको धन्यवाद देता हूंँ जिन्होंने मुझसे कहा कि आप उनके आगमन का स्वागत कर गलत कर रहे हो, वास्तव में गलती हो गई। गर्भगृह की मर्यादा भी टूटी, देवस्थान में राजनीति न हो उसकी भी मर्यादा टूट गई। मगर शिकायत करें तो किससे करें? उलटा उत्तराखंड को कुछ हासिल नहीं हुआ, न आपदा को लेकर उत्तराखंड को कोई सहायता दी गई और न केदारनाथ में रोपवे सहित किसी भी प्रकार की कोई निर्माण कार्य की स्वीकृती प्रदान की गयी, केदार बाबा क्षमा करें।
पूर्व सीएम हरीश रावत
हरदा ने ट्विट कर प्रधानमंत्री मोदी पर केदारनाथ में अनुचित करने का आरोप लगाया।
पढ़िए हूबहू हरदा ने क्या कहा?
जय_केदारा, हर-हर महादेव
पूर्व सीएम हरीश रावत
मैं, आदरणीय प्रधानमंत्री जी का आदर करता हूंँ। लेकिन मुझे अपने मंदिरों की परंपराओं पर भी अभिमान है। कल मेरे अभिमान को चोट पहुंची है। गर्भगृह से जिस तरीके से पूजा का प्रसारण किया गया, उसने मुझे कल से ही बड़ी उपापोह में डाला है। कल माननीय Narendra Modi जी ने गर्भगृह से प्रसारण करवाया, लेकिन शिव के सामने तो सारे भक्त बराबर हैं, भविष्य में कैसे किसी से कहा जाएगा कि गर्भगृह में आप कैमरा लेकर नहीं जा सकते! आप मोबाइल लेकर नहीं जा सकते! आप रिकॉर्डिंग नहीं कर सकते! फिर धीरे-धीरे लोग दूसरी परंपराओं व मान्यताओं को भी तोड़ेंगे, तो उत्तराखंड को फैसला करना है कि यह उचित हुआ या अनुचित हुआ! मेरी नजर में ये अनुचित हुआ, मैं अपनी भावना व्यक्त कर चुका हूंँ, बाकी मैं उत्तराखंड को समर्पित कर रहा हूं।
“जय उत्तराखंड”।।
और अब ये रहा भाजपा का ट्विट के जरिए पलटवार
जाहिर है चुनाव सामने हैं और हरीश रावत प्रधानमंत्री मोदी के केदारनाथ गर्भगृह से फोटो व लाइव प्रसारण के बहाने भाजपा पर राजनीतिक हित साधने को लेकर निशाना साध रहे लेकिन सत्ताधारी दल ने कमलनाथ का ताजा फोटो और गणेश गोदियाल का जूता पहनकर मंदिर में दाखिल होने का पुराना वीडियो जारी कर हरदा के वार को बेअसर करने का दांव खेल दिया है।