दिल्ली: 22 दिसंबर को हरदा द्वारा किए गए ट्विट धमाके के बाद कांग्रेस देहरादून से लेकर दिल्ली तक मचा सियासी बवंडर फिलहाल थमने जा रहा है। दिल्ली में आज राहुल गांधी से मुलाकात के बाद पहाड़ कांग्रेस में छिड़े सियासी कुरुक्षेत्र पर चुनाव नतीजों तक ब्रेक लग सकता है। आज दिल्ली में पूर्व सीएम हरीश रावत, नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह, पीसीसी चीफ गणेश गोदियाल, पूर्व पीसीसी चीफ किशोर उपाध्याय, राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा, वरिष्ठ विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल और उपनेता विपक्ष करन माहरा और विधायक क़ाज़ी निज़ामुद्दीन आदि प्रदेश नेताओं ने राहुल गांधी से मुलाकात की।
चुनाव से पहले आपसी सिर-फुटौव्वल शांत कराने को बुलानी पड़ी इस बैठक में हरदा का दर्द झलका कि के कैंपेन कमेटी के अध्यक्ष होने के बावजूद इलेक्शन को न प्लान कर पा रहे हैं और ना ही लीड कर पा रहे। इसी तरह प्रीतम सिंह और दूसरे नेताओं ने भी अपनी बात रखी।
कांग्रेस के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार राहुल गांधी ने हरीश रावत को कैंपेन कमेटी कमांडर होने के नाते विधानसभा चुनाव लीड करने को फ्री हैंड देने को कह दिया है। लेकिन हरदा कैंप जिसमें वोकल होकर सांसद प्रदीप टम्टा से लेकर गोविंद सिंह कुंजवाल और हरीश धामी हरदा को सीएम फेस घोषित करने के लिए खुलकरमोर्चा खोले हुए थे उस मांग को राहुल गांधी ने तवज्जो नहीं दी है। पार्टी ने फिर दोहराया है कि चुनाव किसी चेहरे पर नहीं लड़ा जाएगा और बहुमत आने पर मुख्यमंत्री का फैसला कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी करेंगी।