देहरादून: शुक्रवार यानी आज उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए पर्चा दाखिल करने की आखिरी तारीख थी। भाजपा और कांग्रेस व तमाम दलों के अधिकृत प्रत्याशियों ने नामांकन कर दिए और इन दलों से टिकट न मिलने पर बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले नेताओं ने भी जमकर पर्चे दाखिल किए हैं।निर्दलीय चुनाव लड़ रहे इन बाग़ियों को देखें तो साफ दिखता है कि अगर नाम वापसी के दौरान भाजपा और कांग्रेस अपने-अपने बागी नेताओं को नहीं मना पाए तो चुनावी जंग में इनसे भारी जख्म मिलने वाले हैं।
तमाम 70 सीटों को देखें तो सत्ताधारी भाजपा के 16 बागी नेताओं ने निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिए नामांकन करा दिया है। भाजपा में राजकुमार ठुकराल से लेकर कई बागी चुनावी मैदान में उतर चुके हैं। जबकि विपक्षी कांग्रेस के 12 बागी निर्दलीय चुनाव मैदान में उतर चुके हैं। हालाँकि कांग्रेस हो या भाजपा कोशिश यही कि जा रही कि नाम वापसी की अवधि के दौरान अधिक से अधिक अपने रूठे नेताओं-निर्दलीयों को मना लिया जाए । लेकिन यह इतना आसान भी नहीं दिख रहा क्योंकि बाग़ियों को मनाने की कोशिशें कई दिनों से जारी हैं।
बाग़ियों के चलते दलों और नेताओं के समीकरण कैसे बिगड़ रहे इसका अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बाग़ियों से क्या लाइटवेट और क्या हैवीवेट प्रत्याशी हरेक परेशान है।
कांग्रेस कैंपेन के चीफ और पूर्व सीएम हरीश रावत रामनगर से होते लालकुआं पहुंच गए तो पार्टी द्वारा घोषित पूर्व प्रत्याशी संध्या डालाकोटी ने बागी होकर निर्दलीय नामांकन कर दिया। इसी सीट पर भाजपा के बागी पवन चौहान निर्दलीय चुनाव लड़ रहे। जबकि पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत इस बार चुनाव नहीं लड़ रहे लिहाजा उनकी डोईवाला सीट पर पहले प्रत्याशी खोजने में पसीने छूटे और अब पार्टी के तीन बाग़ियों ने निर्दलीय के तौर नामांकन कर दिया है। जबकि इसी तरह कांग्रेस की ओर से पूर्व मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण और मातबर सिंह कंडारी ने भी बगावत का बिगुल फूँक दिया है।
गढ़वाल की 41 सीटों पर बगावत बवंडर मचा रहे ये निर्दलीय
देहरादून जिला: ऋषिकेश से कांग्रेस टिकट न मिलने पर शूरवीर सिंह सजवाण बागी हो गए हैं। जबकि भाजपा से उषा रावत ने बगावत कर दी है। टीएसआर की डोईवाला सीट पर भाजपा के तीन बागी जितेंद्र नेगी, सुभाष भट्ट, और सौरभ थपलियाल निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर पर्चा भर आए हैं। वहीं सहसपुर से कांग्रेस प्रत्याशी आर्येन्द्र शर्मा के खिलाफ आकिल अहमद बागी होकर निर्दलीय ताल ठोक रहे हैं। धर्मपुर में भाजपा प्रत्याशी विधायक विनोद चमोली के खिलाफ पार्टी के बागी वीर सिंह पंवार आ गए हैं तो कैंट में भाजपा के बागी दिनेश रावत उतर गए हैं। राजपुर से कांग्रेस से बगावत कर संजय कन्नौजिया निर्दलीय लड़ेंगे और कैंट में चरणजीत कौशल और रायपुर में सूरत सिंह नेगी कांग्रेस से बगावत कर चुनावी ताल ठोक रहे हैं।
हरिद्वार जिला: ज्वालापुर सुरक्षित सीट पर कांग्रेस के बागी एसपी सिंह निर्दलीय लड़ेंगे। जबकि BHELरानीपुर में भाजपा के बाग़ी इशांत तेजीयान और पिरान कलियर में 2017 में पार्टी प्रत्याशी रहे जय भगवान सैनी टिकट न मिलने पर बाग़ी हो गए हैं।
टिहरी ज़िला – घनसाली से पूर्व विधायक भीम लाल आर्य कांग्रेस से बगावत कर निर्दलीय लड़ रहे। जबकि भाजपा के सोहन लाल खंडेवाल और दर्शनलाल बाग़ी चुनाव लड़ रहे। धनौल्टी से पूर्व विधायक महावीर रांगड़ भी भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी प्रीतम सिंह पंवार के ख़िलाफ़ बाग़ी हो गए हैं।
पौड़ी ज़िला – कोटद्वार से भी भाजपा के पूर्व ज़िलाध्यक्ष धीरेंद्र चौहान ने बग़ावत कर दी है।
उत्तरकाशी ज़िला – यमुनोत्री में भाजपा से पूर्व राज्य मंत्री जगवीर सिंह भंडारी बाग़ी चुनाव लड़ रहे तो 2017 में कांग्रेस प्रत्याशी रहे संजय डोभाल भी दीपक बिजल्वाण को टिकट मिलते ही बाग़ी हो गए है।
चमोली ज़िला -जिले की कर्णप्रयाग सीट से भाजपा नेता टीका प्रसाद मैखुरी ने टिकट नहीं मिलने पर बग़ावत का झंडा बुलंद कर दिया है।
रुद्रप्रयाग ज़िला – रुद्रप्रयाग से पूर्व विधायक और पूर्व मंत्री मातबर सिंह कंडारी ने कांग्रेस से बग़ावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है।
कुमाऊं कुरुक्षेत्र में बाग़ी फ़ैक्टर
यूएसनगर ज़िला-. रुद्रपुर से सिटिंग विधायक राजकुमार ठुकराल ने टिकट कटते ही निर्दलीय नामांकन करा दिया है। जबकि किच्छा से भाजपा के अजय तिवारी और कांग्रेस के हरीश पनेरू ने निर्दलीय झंडा उठा लिया है।
अल्मोड़ा ज़िला – अल्मोड़ा सीट पर सिटिंग विधायक डिप्टी स्पीकर रघुनाथ सिंह चौहान के बाग़ी सुर तो दबा दिए गए लेकिन रानीखेत में दीपक करगेती ने निर्दलीय नामांकन कर दिया है।
बागेश्वर ज़िला – बागेश्वर सीट से कांग्रेस के भैरवनाथ निर्दलीय पर्चा भर आए हैं ।
नैनीताल ज़िला – हरदा रणजीत से रण में ऐसा उलझे कि रामनगर से लालकुआं सीट पर आना पड़ गया और अब पूर्व प्रत्याशी संध्या डालाकोटी की बग़ावत झेलनी पड़ रही है। जबकि इसी सीट पर भाजपा के दो बाग़ी पवन चौहान और कुंदन सिंह मेहता निर्दलीय पर्चा भर आए हैं। रामनगर से कांग्रेस के बाग़ी संजय नेगी, भीमताल से भाजपा के बाग़ी लाखन सिंह नेगी और मनोज साह निर्दलीय लड़ रहे। जबकि कालाढूंगी से भाजपा के गजराज सिंह बिष्ट बग़ावत कर रहे हैं।
हालाँकि भाजपा हो या कांग्रेस अभी तमाम दिग्गज नेता बाग़ियों को लेकर थोड़े आश्वस्त दिख रहे हैं कि सबको समझाबुझा लिया जाएगा। अभी तो दलों को बाग़ियों को मनाना है लेकिन उससे भी ख़तरनाक बात यह है कि एक तरफ़ बाग़ियों को मनाने की चुनौती है तो दूसरी। तरफ़ भीतरघात की कोशिश करने वालों भी क़रीब देख लेंगे।