राजस्थान कांग्रेस में कॉल्ड वॉर
- गहलोत ने शेखावत के साथ-साथ सचिन पायलट को भी सरकार गिराने की साज़िश का साझीदार बता फोड़ा बम
- राजस्थान कांग्रेस में छिड़ सकता है कुरुक्षेत्र
जयपुर: कांग्रेस के समर्थन वाली महा विकास अगाड़ी सरकार महाराष्ट्र में शिवसेना में बगावत के बाद संकट में है। राजस्थान में भाजपा के ऑपरेशन लोटस को नाकाम कर चुके मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को बड़ा बयान देकर कांग्रेस के भीतर नए सिरे से कलह कुरुक्षेत्र को निमंत्रित कर दिया है। शनिवार को सीकर दौरे पर गए मुख्यमंत्री गहलोत केन्द्रीय जस शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत पर हमलावर होते-होते अपनी पार्टी नेता सचिन पायलट को भी कटघरे में खड़ा करने से नहीं चूके।
विधायकों ख़रीद-फ़रोख़्त को लेकर मीडिया द्वारा पूछे सवाल पर अशोक गहलोत ने कहा कि केन्द्रीय मंत्री शेखावत को वॉयस सैम्पल देने में क्या परहेज़ है, जब वे खुद दिल्ली में कोर्ट में स्वीकार चुके हैं कि वॉयस उनकी ही है। सीएम गहलोत ने कहा कि मेरे OSD लोकेश शर्मा के खिलाफ केस दर्ज कराना उल्टा चोर कोतवाल को डाँटने जैसा है। गहलोत ने कहा कि शेखावत सरकार गिराने में मुख्य किरदार थे और यह सबको मालूम है कि आप एक्सपोज हो गए।
गहलोत ने साफ आरोप लगाया कि आज केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत सचिन पायलट का नाम लेकर कह रहे कि उनसे चूक हो गई। अब तो प्रूफ़ हो गया, आपने ठप्पा लगा दिया कि आप खुद सरकार गिराने में लगे थे सचिन पायलट के साथ मिलकर। जाहिर है शेखावत पर हमलावर गहलोत ने जानबूझकर पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट को भी लपेटे में लिया है।
संकेत साफ हैं कि अभी न गहलोत वर्सेस पायलट शीत युद्ध पर ब्रेक लगा है और ना ही राजस्थान की सियासत के ‘जादूगर’ अशोक गहलोत ने सचिन पायलट को माफ ही किया है। गहलोत जानते हैं कि राहुल-प्रियंका का सॉफ्ट कॉर्नर सचिन पायलट को लेकर अभी भी बना हुआ है।
अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र पायलट को कोई न कोई अहम भूमिका दी जा सकती है। खाँटी सियासतदां गहलोत नहीं चाहेंगे कि किसी भी क़ीमत पर पायलट विधानसभा चुनाव प्रचार के मोर्चे पर ड्राइविंग सीट के पास पहुँच पाएँ। लिहाजा शेखावत को ढाल बनाकर असल में गहलोत ने सियासी तीर पायलट पर भी चलाया है।