देहरादून: जिस अधीनस्थ सेवा चयन आयोग पर सालों साल कड़ी मेहनत के दम पर सरकारी नौकरी का सपना देख रहे उत्तराखंड के बेरोजगार युवाओं के सपनों को साकार करने के लिए पारदर्शी और भ्रष्टाचार मुक्त परीक्षा कराने का जिम्मा था, उस आयोग द्वारा कराई गई भर्ती परीक्षाओं के पेपर बार-बार लीक होते रहे, धाँधली, घपले-घोटालों के आरोप लगते रहे। लेकिन उसी उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के चेयरमैन और पूर्व नौकरशाह एस राजू कान में तेल डालकर 2016 से कुर्सी से चिपके रहे।
अब जब अगले महीने सितंबर में कार्यकाल खत्म होने को आया और बेरोजगार युवाओं के नौकरी के सपनों पर छाए करप्शन के कोहरे के खिलाफ आवाज बुलंद की तो जांच की आंच से बचने को रिटायर्ड नौकरशाह एस राजू ने नैतिकता की दिखावा कर इस्तीफे का ढोंग कर दिखाया। यह तीखा सवाल और दर्द उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में चल रहे भ्रष्टाचार के खेल का भंडाफोड़ करने के लिए संघर्ष कर रहे उत्तराखंड बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार पूछ रहे हैं।
दरअसल, UKSSSC पर भर्ती परीक्षाओं में नक़ल, धाँधली और पर्चा लीक होने के आरोप नए नहीं हैं। इससे पहले इसी आयोग के अध्यक्ष रहते पूर्व पीसीसीएफ़ आरबीएस रावत को भी डेढ़ साल के कार्यकाल के बाद ही 2016 में पेपर लीक कांड के बाद इस्तीफा देना पड़ा था। अब जिस तरह से स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा में पेपर लीक का खुलासा हुआ और भर्ती घोटाले का भंडाफोड़ हुआ है, उसने आयोग और उसके सिस्टम के नकारापन की पोल खोल कर रख दी है। सब सकते में हैं कि आखिर कैसे 36 लाख रुपए में टेलीग्राम एप पर पेपर लीक कर दिया जाता है और आयोग को भनक तक नहीं लगती। एक के बाद एक 13 गिरफ़्तारियां हो चुकी हैं और जांच की आंच नीचे से ऊपर की तरफ जाती दिख रही हैं क्योंकि हर बार अदने कारिंदों को निपटाकर सफ़ेदपोश चेहरे बेनक़ाब होने से बचते रहे हैं।
सवाल है कि जब आयोग के चेयरमैन के रूप में एस राजू का कार्यकाल सितंबर में खत्म हो रहा था तब नैतिकता का तक़ाज़ा अब जाकर दिखाने की क्या जरूरत आन पड़ी? आखिर इन्हीं चेयरमैन राजू के रहते फ़ॉरेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा में पर्चा लीक के जरिए धांधली कराई जाती है लेकिन उनको नैतिकता की याद नहीं आती है? कहने को एस राजू दावा कर रहे कि उन्होंने 88 परीक्षा कराई और दो में गड़बड़ी सामने आई।
दरअसल जिस तरह से युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बेरोजगार युवाओं को आश्वासन दिया है कि UKSSSC पेपर लीक कांड के घोटालेबाज घड़ियाल बचेंगे नहीं उसके बाद से एसटीएफ़ युवाओं के सरकारी नौकरी के सपनों का सौदा करने वाले रैकेटबाजों की धरपकड़ कर रही है।
उत्तराखंड बेरोज़गार संघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार कहते हैं कि UKSSSC में करप्शन का खेल खेल रहे चेहरों को इस बार छिपने नहीं दिया जाएगा बल्कि एक एक घपलेबाज को बेनक़ाब किया जाएगा। बॉबी पंवार एस राजू के इस्तीफे पर सीधा सवाल करते हैं कि कार्यकाल पूरा होने के चंद दिन पहले नैतिकता याद आ गई? अगर यही नैतिकता फ़ॉरेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा के समय याद आ गई होती तो युवाओं के भविष्य के साथ ऐसा खिलवाड़ देखने को नहीं मिलता।