- वक़्फ़ बोर्ड के नए नए अध्यक्ष बने शादाब शम्स के बयान पर इतना बवाल क्यों?
- पिरान कलियर क्षेत्र में देह व्यापार और ड्रग्स माफिया पर चोट करना चाहती है धामी सरकार तो किसको हो रहा दर्द?
- शादाब शम्स ने कहा था कि पिरान कलियर स्थित होटलों में चल रहे अनैतिक कार्यों के चलते क्षेत्र बना सेक्स रैकेट और ड्रग्स का अड्डा
- वक्फ बोर्ड अध्यक्ष शादाब शम्स ने कहा राजनीति से ऊपर उठकर स्थानीय कांग्रेस विधायक फुरकान अहमद से भी समस्या के हल पर हुई बात
- कई स्थानीय लोगोें की देह व्यापार और ड्रग्स माफिया को लेकर मिली शिकायतें, पुलिस का इनपुट भी यही इशारा कर रहा: शम्स
देहरादून: वक्फ बोर्ड के नए नए अध्यक्ष और भाजपा नेता शादाब शम्स के उत्तराखंड के छठे धाम समझे जाने वाले पिरान कलियर पर दिए बयान पर सियासी बवाल मचा है। कांग्रेस इसे मुद्दा बनाकर भाजपा और शादाब शम्स को कटघरे में खड़ा कर रही है। जबकि शादाब शम्स कह रहे हैं कि उन्होंने पाक दरगाह को लेकर नहीं बल्कि पिरान कलियर क्षेत्र जो एक विधानसभा क्षेत्र भी है, उस क्षेत्र में फैल रहे देह व्यापार और ड्रग्स के धंधे पर चोट की है तथा इसके सारे इनपुट स्थानीय नुमाइंदों से ही प्राप्त हुए हैं।
शादाब शम्स ने आपके THE NEWS ADDA को बताया कि स्थानीय विधायक फुरकान अहमद कांग्रेस से हैं लेकिन राजनीति से ऊपर उठते हुए उन्होंने कांग्रेस विधायक से भी इस समस्या के लेकर वार्ता की है ताकि पाक दरगाह को लेकर देश दुनिया में जो सम्मान और आस्था है उसमें इंच भर की भी कमी न आए। स्थानीय लोग कितने आजिज़ आ चुके हैं कि देह व्यापार और ड्रग्स माफिया के प्रकोप की शिकायत करते हुए मौलाना गुलाम नबी नूर जो कि प्रबंधक हैं दारुल उलूम कादरिया सबरिया ( पिरान कलियर शरीफ) के उन्होंने वक़्फ़ बोर्ड अध्यक्ष शादाब शम्स को ख़त भी लिखा है।
शादाब शम्स ने कहा था कि पिरान कलियर सेक्स रैकेट का अड्डा बन गया है। उन्होंने कहा की उत्तराखंड के छठे धाम कहे जाने वाले पिरान कलियर के आसपास होटलों में आज जमकर अनैतिक कार्य किए जा रहे हैं और क्षेत्र ड्रग माफिया का बड़ा अड्डा बनता जा रहा है।
शादाब शम्स का कहना है कि पिरान कलियर (क्षेत्र के अंदर ह्यूमन ट्रैफिकिंग के साथ साथ युवाओं को पकड़कर उनके अंगों की तस्करी की जा रही है और पुलिस इस पर एकशन ले रही है। वक़्फ़ बोर्ड के अध्यक्ष शम्स ने कहा कि पाक दरगाह पिरान कलियर शरीफ में देश और दुनिया के जायरिनों की बहुत बड़ी आस्था है, लेकिन यहां पर मानव तस्करी के साथ-साथ देह व्यापार की कई घटना सामने आ चुकी हैं।
शादाब शम्स ने माफिया को चेतावनी देते हुए कहा कि राज्य की धामी सरकार सभी गलत कामों पर नकेल कसने जा रही है और हम बेगुनाहों को छेड़ेंगे नहीं और गलत काम करने वालों को छोड़ेंगे नहीं।
सवाल है कि क्या ड्रग्स माफिया राजधानी देहरादून में जड़े नहीं जमा चुका है? क्या देहरादून से लेकर प्रदेश में जगह जगह मसाज पार्लर के नाम पर देह व्यापार के खेल का भंडाफोड़ नहीं हो रहा? क्या हरिद्वार डीएम के दावा कर देने से कि ग्रामीणों की मौतें अवैध और जहरीली शराब पीने से नहीं हुई, तो क्या वह दावा चंद घंटे भी टिक पाया?
बड़ा सवाल यह है कि अगर वक़्फ़ बोर्ड के अध्यक्ष के नाते शादाब शम्स ने पिरान कलियर क्षेत्र से मिल रही शिकायतों के आधार पर पाक दरगाह के आसपास बने होटलों या अन्य जगहों पर अनैतिक और नशे के धंधेबाजों पर हमला बोला है तो विरोध किस बात का? क्या सिर्फ राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए या फिर उस क्षेत्र में नशे और देह व्यापार के धंधे को लेकर शम्स का दावा गलत है?
अगर दावा गलत है तो सच सामने लेकर आया जाए, अन्यथा जब सीएम धामी 2025 तक उत्तराखंड को ड्रग्स फ्री स्टेट बनाना चाह रहे तब शादाब शम्स के साहस को सराहा जाना चाहिए। आखिर पिरान कलियर क्षेत्र भी तो उत्तराखंड का ही हिस्सा है।