Ankita Bhandari Murder Case, who was the VVIP? अंकिता भंडारी हत्याकांड ने उत्तराखंड के आम जनमानस को झकझोर कर रख दिया है और आज हर कोई चाहता है कि पहाड़ की बेटी अंकिता को जल्द से जल्द न्याय मिले। शुक्रवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अंकिता के गांव पहुंचकर उसके पिता वीरेंद्र सिंह भंडारी से मुलाकात कर 25 लाख का चेक सौंपते हुए यही वादा दोहराया कि बेटी के कातिलों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाकर उन्हें जल्द से जल्द फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई करा न्याय दिलाया जाएगा।
अंकिता हत्याकांड (Ankita Bhandari Murder Case) की जांच तेजी से हो सके इसी मकसद से एसआइटी ने अलग अलग पांच टीमें गठित कर दी हैं ताकि आरोपियों को सबूत मिटाने का मौका न दिया जाए और जल्द से जल्द आम जनमानस को झकझोरने वाले इस जघन्य हत्याकांड का पर्दाफाश किया जा सके। लेकिन SIT के सामने हत्यारोपियों से यह राज उगलवाना कठिन पर बेहद अहम होगा कि आखिर वह वीवीआईपी शख्स कौन था जिसका जिक्र अंकिता अपने दोस्त से व्हाट्सएप चैट में भी करती है और जिसको एक्सट्रा सर्विस देने का दबाव मुख्य हत्यारोपी रिजॉर्ट मालिक पुलकित आर्य भी बना रहा था।
वीआईपी दो हफ्ते बाद भी पहेली ?
अंकिता हत्याकांड में सबसे खतरनाक रहस्य यही बनता जा रहा है कि आखिर वो खास शख्स कौन था जिसको एक्सट्रा सर्विस देने का दबाव लगातार अंकिता भंडारी पर बनाया जा रहा था? क्या वह कोई प्रदेश का ही वीआईपी था या फिर पुलकित किसी दिल्ली से आने वाले वीवीआईपी की एक्स्ट्रा खातिरदारी की तैयारी करा रहा था? जाहिर है आना वाला यह कोई पहला और आखिरी वीवीआईपी तो रहा होगा नहीं, तब क्या ऐसे और कितने वीआईपी पहले भी आए क्या और क्या आगे और भी वीआईपी के आने की बुकिंग्स थी?
उस वीआईपी का पर्दाफाश होना बेहद जरूरी है क्योंकि अंकिता भंडारी हत्याकांड को 13 दिन बीत चुके फिर भी उत्तराखंड पुलिस उस वीआइपी शख्स का चेहरा बेनकाब नहीं कर सकी है, जो पहाड़ की बेटी की हत्या का एक अहम कारण बना! पुलकित आर्य के वनंतारा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट का काम संभालते अंकिता पर किस कदर इस वीवीआईपी के आने का दबाव था कि वह उसका जिसका जिक्र वाट्सएप चैट में अपने साथी से भी करती है।
जाहिर है अब तीन दिन के रिमांड पर ले चुकी एसआईटी अपनी पूछताछ में हत्यारोपियों से उस वीआइपी का
पता लगाने की पूरी कोशिश करेगी ताकि इस केस की परतें गहराई से खोली जा सकें। एसआईटी के सामने उस नेता पुत्र के चेहरे से भी पर्दा हटाने की दरकार है, जिसके घटना की रात्रि रिजॉर्ट में ही होने का दावा सूत्र कर रहे हैं। चीला नहर में मिला मोबाइल फोन की जांच भी फोरेंसिक टीम कर रही जो मर्डर मिस्ट्री से पर्दा उठाने में मददगार हो सकता है।
वीआईपी शख्स कौन था इसका पता लगाने और मर्डर मिस्ट्री के अभी तक छिपे राज उजागर करने को एसआईटी हत्यारोपियों को अंकिता के दोस्त पुष्प के सामने बिठाकर भी पूछताछ कर सकती है क्योंकि अंकिता व्हाट्सएप और फोन कॉल पर अपने दोस्त पुष्प को लगातार रिजॉर्ट के राज बता रही थी।
अंकिता भंडारी मर्डर केस (Ankita Bhandari Murder Case):
ज्ञात है कि पौड़ी के श्रीकोट की रहने वाली 19 वर्षीय अंकिता भंडारी पुलकित आर्य के वनंतारा रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के रूप में काम कर रही थी। 18 सितंबर को अंकिता भंडारी की चीला नहर में फेंककर हत्या कर दी जाती है जिसके आरोप में पुलिस रिजॉर्ट मालिक पुलकित आर्य और रिसॉर्ट के दो मैनेजरों सौरभ भास्कर व अंकित गुप्ता को गिरफ्तार कर लेती है। पुलकित आर्य पर आरोप है कि वह अंकिता से एक्सट्रा सर्विस के नाम पर रिजॉर्ट में आने वाले कस्टमर्स के साथ वेश्यावृति कराने का दबाव डाल रहा था। खुद्दार और स्वाभिमानी बेटी अंकिता जब इसका विरोध करती है तो उसकी हत्या को अंजाम दे दिया जाता है।
अंकिता हत्याकांड के बाद राज्य का आम जनमानस खड़ा हो लेता है और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सख्त निर्देश के बाद आरोपी अरेस्ट कर लिए जाते हैं और 24 सितंबर को चीला नहर से अंकिता भंडारी की लाश भी बरामद कर ली जाती है। सीएम धामी के निर्देश पर इस जघन्य हत्याकांड की पड़ताल का जिम्मा डीआईजी पी. रेणुका के नेतृत्व में एसआईटी को दिया गया है।
पहाड़ की बेटी अंकिता भंडारी की हत्या के तीनों आरोपी तीन दिन के पुलिस रिमांड पर हैं और माना जा रहा है कि एसआईटी तीन दिनों में तीनों हत्यारोपियों से रिजॉर्ट के तमाम राज उगलवा लेगी। साथ ही इस रहस्य से भी पर्दा उठने की पूरी उम्मीद है कि आखिर वह वीआईपी शख्स कौन था जिसको एक्सट्रा सर्विस देने के बहाने अंकिता पर प्रेशर बनाया जा रहा था और विरोध करने पर हत्या कर दी गई। लोगों में भारी गुस्से के चलते एसआईटी बेहद सतर्कता और एक्सट्रा फोर्स का इंतजाम कर हत्यारोपियों को क्राइम सीन से लेकर रिजॉर्ट स्पॉट्स पर लेकर जा रही।