- अब 24 घंटे CM helpline 1905 पर शिकायत होंगी दर्ज मिलेगी मदद
- सीएम धामी ने बटन दबाकर कर नए फीचर्स के साथ कर दी लॉन्चिंग
- मुख्यमंत्री ने किया सीएम हेल्पलाइन 1905 के नए प्रारूप का शुभारंभ
- सीएम हेल्पलाइन 1905 पर 24 घंटे रहेगी शिकायत दर्ज करने की सुविधा
- हेल्पलाइन पर प्राप्त शिकायतों की माह में दो बार होगी समीक्षा
- तहसील व जनपद स्तर पर हो शिकायतों का निस्तारण
- तहसील दिवसों पर प्राप्त शिकायतों को भी किया जायेगा ऑनलाइन
- मुख्यमंत्री ने दिये प्रतिमाह पहले व तीसरे मंगलवार को तहसील जन समर्पण दिवस के आयोजन के निर्देश
Uttarakhand News: कहते हैं कि अकबर के बेटे जहांगीर यूं तो बड़े निर्दयी और क्रूर शासक थे लेकिन “न्याय की जंजीर” के लिए उनकी आज भी तारीफ की जाती ही। जहांगीर ने शासक बनने के बाद आगरा के किले शाहबुर्ज और यमुना तट पर मौजूद पत्थर के खंबे में करीब 60 घंटियों वाली सोने की जंजीर बंधवा दी थी। कहते हैं कि इस एक जंजीर के जरिए कोई भी फरियादी मुश्किल हालात में अपनी गुहार जहांगीर तक पहुंचा कर मदद ले सकता था। आज राजशाही तो नहीं है और लोकशाही में आम जनता को सत्ता प्रतिष्ठान से मदद मिले यह पहला कार्य होना चाहिए। हालांकि दावा किया जाता है लेकिन नौकरशाही का तंत्र ऐसी पहेली बना देता है कि धरातल तक जरूरतमंद को सरकारी मदद पहुंच नहीं पाती है। कहने को सरकारें नए नए तरीके इजाद कर आम आदमी की तकलीफों पर मदद का मरहम लगाने की कोशिश करती रहती हैं।
उत्तराखंड के युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को सचिवालय में मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1905 के नये प्रारूप का शुभारंभ कर आम लोगों तक मदद पहुंचाने की नए सिरे से पहल छेड़ी है। सीएम हेल्पलाइन 1905 के नये वर्जन में 1905 डायल करने के अलावा वेब पोर्टल, मोबाइल एप एवं ऑडियो कॉल रिकॉर्डिंग फीचर की सुविधा भी दी गई है। अब 24 घंटे सीएम हेल्पलाइन 1905 पर मदद लिये जाने के साथ शिकायत भी दर्ज करने की सुविधा उपलब्ध रहेगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि सीएम हेल्पलाइन 1905 की विभागों द्वारा माह में दो बार समीक्षा की जाए। मुख्यमंत्री प्रत्येक माह के अन्तिम सप्ताह में इसकी स्वयं समीक्षा करेंगे। उन्होंने कहा कि सीएम हेल्पलाइन 1905 से लोगों को अधिक से अधिक जागरूक किया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि जन समस्याओं एवं शिकायतों के निस्तारण के लिए बनाये गये इस हेल्पलाईन का लाभ आमजन को मिले। उन्होंने कहा कि गुड गवर्नेंस हमारा उत्तरदायित्व है। सरलीकरण, समाधान, निस्तारण एवं संतुष्टि का जो सरकार का उद्देश्य है, उसमें सीएम हेल्पलाइन 1905 महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
मुख्यमंत्री धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि यह सुनिश्चित किया जाए कि जन समस्याओं का जिस स्तर पर समाधान होना है, उस स्तर पर ही समाधान हो जाए। तहसील स्तर पर जिन समस्याओं का समाधान हो सकता है, वे अनावश्यक जिलाधिकारी तक न आये और जिन समस्याओं का समाधान जनपद स्तर पर वो शासन स्तर तक न आये। जिस स्तर पर समस्याओं का समाधान होना है, यदि नहीं हो रहा है तो संबंधित अधिकारियों एवं कर्मचारियों की जिम्मेदारी तय की जाय। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार मुक्त एप 1064 को और सशक्त बनाया जाए।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये हैं तहसील दिवसों का नियमित आयोजन किया जाय। जनपद स्तर पर भी जिलाधिकारी प्रतिमाह जन सुनवाई करें। उन्होंने ने निर्देश दिये कि प्रत्येक माह के पहले एवं तीसरे मंगलवार को तहसील जन समर्पण दिवस का आयोजन किया जाए एवं चौथे मंगलवार को जनपद में जिलाधिकारी जन समर्पण दिवस लगाकर जन समस्याओं का समाधान करें। सभी जन समस्याओं एवं जन शिकायतों को ऑनलाईन रजिस्टर किया जाए। जिन लोगों की समस्याओं का समाधान तहसील एवं जनपद स्तर पर नहीं हो पायेगा, उन समस्याओं को ही मुख्यमंत्री कार्यालय को संदर्भित किया जायेगा।
बैठक में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, आनन्द बर्द्धन, प्रमुख सचिव एल. फैनई, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, विशेष प्रमुख सचिव अभिनव कुमार, सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, शैलेश बगोली, दिलीप जावलकर, अरविन्द सिंह ह्यांकी, डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय, बी.वी.आर.सी पुरूषोत्तम, विनोद रतूड़ी, निदेशक आईडीटीए नितिका खण्डेलवाल एवं अन्य उच्चाधिकारी उपस्थित थे। सभी जिलाधिकारी वर्चुवल माध्यम से बैठक से जुड़े थे।